कुल्लू: कुल्लू जिला मुख्यालय के ढालपुर में शनिवार को बेरोजगार शारीरिक शिक्षक इकाई कुल्लू (Unemployed Physical Teacher Unit Kullu) की बैठक आयोजित की गई. जिसमें विभिन्न मांगों पर चर्चा हुई. साथ ही हिमाचल प्रदेश की जयराम सरकार को संघ की ओर से यह चेतावनी भी दी गई कि अगर 4 मई तक उनके बारे में उच्च न्यायालय (Physical Teacher case in Himachal) में विचाराधीन मामले की सुनवाई में कोई निर्णय सरकार की ओर से नहीं लिया गया, तो वह इसके बाद अनशन पर जाने का मन बना चुके हैं.
बेरोजगार शारीरिक शिक्षक संघ हिमाचल प्रदेश के महासचिव पितांबर राणा (Unemployed Physical Teachers Association Himachal) ने कहा कि प्रदेश में करीब 20 हजार से अधिक बेरोजगार शारीरिक शिक्षक स्थाई रोजगार की राह देख रहे हैं, लेकिन उन्हें अभी तक कोई भी संतोषजनक जवाब नहीं मिला है. प्रदेश में भाजपा सरकार को बने हुए 4 साल से अधिक का समय हो गया है, लेकिन अभी तक बेरोजगार शारीरिक शिक्षकों के साथ किए गए वादे पूरे नहीं किए गए हैं.
उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने 2022 (CM Jairam thakur) में कहा था कि 1 महीने के भीतर तमाम विचाराधीन मामलों को समाप्त कर दिया जाएगा, लेकिन अभी भी 6 महीने से सिर्फ न्यायालय से तारीख पर तारीख ही मिल रही है और बहुत से ऐसे बेरोजगार शारीरिक शिक्षक हैं जिनकी उम्र 50 वर्ष तक हो गई है. ऐसे में कब इन लोगों को नौकरी मिलेगी. पितांबर राणा ने कहा कि हिमाचल प्रदेश सरकार उनकी अनदेखी कर रही है.
साढ़े 4 सालों में एक भी पद शारीरिक शिक्षक का नहीं भरा गया है. उन्होंने कहा कि 20 हजार से अधिक शारीरिक शिक्षक रोजगार की राह ताक रहे हैं और कुछ लोग प्राइवेट स्कूलों में भी नौकरी कर रहे हैं. 2 हजार से अधिक शारीरिक शिक्षकों की पोस्ट अभी भी खाली है. लेकिन प्रदेश सरकार इन्हें बिल्कुल भी नहीं भर रही है. ऐसे में अगर इनकी मांगे नहीं मानी गई, तो वह भूख हड़ताल पर बैठने से भी गुरेज नहीं करेंगे.
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