कुल्लू: जिला कुल्लू में स्क्रब टाइफस के मरीजों की तादाद बढ़ने लगी है. क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू में स्क्रब टाइफस को लेकर छह मरीजों की जांच की गई, जिनमें से दो रोगी पॉजिटिव पाए गए हैं. जिनका इलाज कुल्लू अस्पताल में ही चल रहा है.
बता दें कि कुल्लू में स्क्रब टाइफस के मरीजों की संख्या सात हो गई है. जिले में स्क्रब टाइफस से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने सभी आवश्यक प्रबंध किए हैं. सभी सरकारी अस्पतालों में स्क्रब टाइफस की जांच और इलाज पूरी तरह मुफ्त की जा रहा है.
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मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुशील चंद्र शर्मा ने बताया कि बरसात के मौसम में स्क्रब टाइफस के फैलने की आशंका ज्यादा रहती है. यह रोग संक्रमित पिस्सू (माईट) के काटने से फैलता है, जो खेतों, झाड़ियों व घास में रहने वाले चूहों में पनपता है. यह जीवाणु चमड़ी के माध्यम से शरीर में प्रवेश करता है और स्क्रब टाइफस बुखार पैदा करता है.
डॉ. सुशील ने बताया कि बरसात के मौसम में तेज बुखार के रोगियों की संख्या अधिक हो जाती है. यह बुखार स्क्रब टाइफस भी हो सकता है. डॉ. सुशील ने कहा कि रोगी को अगर बुखार हो, तो नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाकर इलाज करवाना चाहिए. सरकारी अस्पतालों में स्क्रब टाइफस की जांच और दवाइयां मुफ्त उपलब्ध करवाई जा रही है. डॉ. सुशील ने लोगों से अपील की है कि बरसात के मौसम में व्यक्तिगत स्वच्छता के साथ-साथ घर और आसपास के वातावरण को साफ रखें.