कुल्लू: जनजातीय क्षेत्र लाहौल-स्पीति की जनता के लिए अप्रैल के दूसरे सप्ताह से जिले के लोग रोहतांग सुरंग से होकर पैदल आवाजाही कर सकेंगे. इससे अब लोगों को हेलीकॉप्टर की मारामारी से भी निजात मिलेगी और लाहौल में फंसे स्कूली बच्चे भी सुरंग के रास्ते मनाली पहुंच सकेंगे.
बता दें कि कृषि मंत्री डॉ. रामलाल मारकंडा ने रोहतांग सुरंग को लेकर धुंधी में बीआरओ के मुख्य अभियंता से मुलाकात कर निर्माण कार्य पर चर्चा की. कृषि मंत्री डॉ. रामलाल मारकंडा ने कहा कि रोहतांग सुरंग के माध्यम से लाहौल-स्पीति के लोगों की आवाजाही शुरू करने के लिए चुनाव आयोग ने अनुमति दे दी है और अप्रैल के दूसरे सप्ताह से आवाजाही शुरू कर दी जाएगी.
उन्होंने बताया कि नॉर्थ पोर्टल के मुहाने पर हिमखंड गिरने से बर्फ की मोटी परत को हटाने में एक सप्ताह तक का समय बीआरओ को लग जाएगा और तांदी से गुफा होटल तक सड़क बहाल करने और वैली ब्रिज पर लोहे की शीट लगाने के बाद लोगों को सुरंग के रास्ते भेजा जा सकेगा.
लाहौल के विभिन्न हेलीपैड्स में सैकड़ों की संख्या में लोगों को हेलीकॉप्टर का इंतजार हैं. इसके अलावा लोकसभा चुनाव की ड्यूटी पर जाने वाले अधिकारी-कर्मचारी भी हेलीकॉप्टर का इंतजार कर रहे हैं. मरीजों के साथ कई स्कूली छात्र भी लाहौल में फंसे हैं.