मनाली: कोरोना वायरस का असर देश और प्रदेश में देखने को मिल रहा है. केंद्र सरकार और प्रदेश सरकार कोरोना वायरस से निपटने के लिए हर पुख्ता कदम उठा रही है. हिमाचल प्रदेश में भी कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए प्रदेश सरकार ने कर्फ्यू लगा दिया है. जिसके चलते अब लोगों को घरों से बेवजह बाहर निकलने की अनुमति नहीं दी जा रही है.
पर्यटन नगरी मनाली में कोरोना वायरस का असर साफ भी देखने को मिल रहा है. हमेशा पर्यटकों से गुलजार रहने वाली मनाली में अब सन्नाटा पसरा हुआ है. लोग कोरोना वायरस के कारण घरों से बाहर निकलने से कतरा रहे हैं. प्रदेश सरकार ने कोरोना वायरस को देखते हुए कर्फ्यू लगा दिया है और किसी भी व्यक्ति को बेवजह खुले में घूमने की अनुमति नहीं दी जा रही है.
मनाली में अभी भी कई पर्यटक ऐसे हैं जो यहां पर घूमने के लिए आए थे लेकिन प्रदेश में कर्फ्यू लगने के कारण वह अपने घर वापस नहीं जा पाए हैं और मनाली में ही फंस गए हैं. मनाली में फंसे इन पर्यटकों की प्रशासन हर संभव मदद कर रहा है. सरकार ने पर्यटकों को राशन मुहैया करवाया है और आश्वासन दिया है कि जब तक स्थिति सामान्य नहीं होती है, उनका पूरा ध्यान रखा जाएगा.
पर्यटकों ने बताया कि वह मनाली में बीते दिनों घूमने के लिए आए हुए थे लेकिन इस दौरान कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए लॉकडाउन और कर्फ्यू के कारण वह मनाली में ही फंस गए. ऐसे में सरकार उनकी मदद कर रही है. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य संबंधित जरूरी समान की कुछ कमी हो रही है. उन्होंने प्रदेश सरकार से आग्रह किया है कि उन्हें शीघ्र कोलकाता भेजने की व्यवस्था करें.
मंडी में भी फंसे पश्चिम बंगाल के पर्यटक
पश्चिम बंगाल से हिमाचल की सैर पर आए तीन परिवार बीते एक सप्ताह से पद्धर उपमंडल के घटासनी में एक निजी गेस्ट हाउस में ठहरे हुए हैं. उपमंडल प्रशासन ने तीनों परिवारों को होम क्वारंटाइन में रखा है. पर्यटकों को प्रशासन की ओर से हरसंभव मदद दी जा रही है. पर्यटकों का कहना है कि हिमाचल बहुत अच्छा है, यहां पर सब ठीक है.
सभी पर्यटक 14 मार्च को कोलकाता से हिमाचल आए थे और 22 मार्च को लॉकडाउन की घोषणा के बाद गेस्ट हाउस में रूक गए, जिसकी सूचना गेस्ट हाउस मालिक ने स्थानीय प्रशासन को दी. इसके बाद स्थानीय प्रशासन ने उन्हें यहां ठहरने की अनुमति दे दी. अब तीनों परिवारों के दस सदस्यों को होम क्वारंटाइन पर रखा गया है.