कुल्लू: हिमाचल प्रदेश में जहां बारिश न होने से किसानों और बागवानों की परेशानी बढ़ गई है. वहीं, बर्फबारी नहीं होने से पर्यटन कारोबार भी बुरी तरह से प्रभावित हुआ है. जिला कुल्लू की पर्यटन नगरी की बात करें तो मनाली से अटल टनल होते हुए लाहौल घाटी की ओर अब 1000 से लेकर 1300 वाहन ही पहुंच रह रहे हैं. ऐसे में लाहौल घाटी के सिस्सू, कोकसर में ही सैलानियों को बर्फ देखने के लिए मिल रही है.
हालांकि, मनाली में इन दिनों विंटर कार्निवाल का भी आयोजन किया जा रहा है, लेकिन विंटर कार्निवल भी सैलानियों को अपनी और आकर्षित करने में नाकाम साबित हो रहा है. जिसके चलते मनाली के होटल में सैलानियों को 40 से लेकर 50% तक विशेष छूट भी दी जा रही है, लेकिन उसके बाद में सैलानी मनाली का रुख नहीं कर रहे हैं.
जिला कुल्लू के पर्यटन नगरी मनाली की बात करें तो यहां पर हर साल सोलंग नाला, धूंदी, अंजनी महादेव, कोठी, हामटा में हिमपात होता था, लेकिन इस साल बर्फ ना होने के चलते यहां पर सभी पर्यटन स्थल सुनने पड़े हुए हैं. ऐसे में अब आगामी दिनों में हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी और बारिश की संभावना जताई गई है. अगर बारिश और बर्फबारी होती है तो इससे बर्फ देखने की चाहत में सैलानी एक बार फिर से बाहरी राज्यों से मनाली के विभिन्न पर्यटन स्थलों का रुख करेंगे.
मनाली के टैक्सी चालक नरेंद्र कुमार व विकास का कहना है कि नए साल का जश्न बनाने के लिए सैलानी यहां पर आए थे, लेकिन उसके बाद यहां पर सैलानियों की संख्या काफी कम हो गई है. ऐसे में टैक्सी चालकों का कारोबार भी से बुरी तरह से प्रभावित हुआ है. अगर मनाली के पर्यटन स्थलों पर बर्फबारी होती है तो सैलानियों की संख्या फिर से मनाली में बढ़ेगी.
मनाली होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष मुकेश ठाकुर ने बताया कि सैलानियों के लिए यहां पर होटल में 50% तक छूट दी जा रही है, लेकिन कई पर्यटक यहां पर बर्फबारी का इंतजार कर रहे हैं. आने वाले दिनों में अगर मनाली में बर्फबारी होती है तो इससे पर्यटन कारोबार तेज गति पकड़ेगा और यहां के पर्यटन कारोबारी को भी इसका फायदा होगा.
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