कुल्लू: बरसाती मौसम को देखते हुए कुल्लू जिला में पर्यटन विभाग सतर्क हो गया है. रिवर राफ्टिंग पर विभाग ने लगाया प्रतिबंध एलाईन दुहागन प्रोजेक्ट के जल निकासी को लेकर आठ और नौ तारीख को नहीं होगी राफ्टिंग. आगामी आदेश तक जिला पर्यटन विभाग ने लगाई रोक मानसून के चलते बढ़ प्रतिबंध की सीमा बढ़ाई जा सकती है. राफ्ट कारोबरा से जिले में करीब सैकड़ों युवा जुड़े हैं. बरसाती मौसम को देखते हुए ब्यास नदी की धारा में जलस्तर बढ़ने से रिवर राफ्टिंग पर रोक लगा दी है. इसको लेकर जिला पर्यटन विभाग ने अधिसूचना जारी कर आगामी आदेश तक राफ्टिंग पर प्रतिबंध लगा दिया है.
हालांकि बरसात के चलते पर्यटन विभाग अमूमन ब्यास में रिवर राफ्टिंग व पैराग्लाइडिंग की गतिविधियों को बंद करता आया है, लेकिन इस बार विभाग ने एक सप्ताह पहले ही इस पर रोक लगा दी है. ऐसे में कुल्लू-मनाली सैर सपाटे को आने वाले सैलानी रिवर राफ्टिंग का आनंद नहीं ले सकेंगे. सैलानियों की सुरक्षा को देखते हुए यह निर्णय लिया है. हालांकि घाटी में बारिश न के बराबर है. इसके बावजूद प्रशासन पर्यटकों की सुरक्षा के साथ किसी तरह का खिलवाड़ नहीं करना चाहता है. जिला कुल्लू में रायसन, बबेली व पिरड़ी रिवर राफ्टिंग के मुख्य प्वाइंटों पर सन्नाटा रहेगा. जिले में ब्यास नदी में करीब 300 राफ्टों का संचालन होता है. इनसे करीब 800 युवाओं को रोजगार जुड़ा है.
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जिला पर्यटन अधिकारी बीसी नेगी ने बताया कि मौसम और ब्यास नदी में जलस्तर बढ़ गया है। ऐसे में विभाग ने ब्यास नदी पर आगामी आदेश तक रिवर राफ्टिंग पर सुरक्षा की दृष्टि से रोक लगा दी है. जिला पर्यटन अधिकारी बीसी नेगी ने बताया की एलाईन दुहागन प्रोजेक्ट ने सिल्ट की निकासी के लिए आग्रह किया था जिसके चलते 8 और 9 तारीख को जिला में रिवर राफ्टिंग गतिविधि नहीं होगी. पर्यटकों की सुरक्षा को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है मौसम ऐसा ही रहा तो निर्णय आगे के लिए जारी रहेगा.