कुल्लू: भारत सरकार के वस्त्र मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय हथकरघा दिवस के अवसर पर मनाली के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल नग्गर के तहत आने वाले शरण गांव को हैंडलूम क्राफ्ट विलेज में शामिल किया गया है. इस अवसर पर पतलीकुहल में एक समारोह का भी आयोजन किया गया.
इस समारोह में उपस्थित डीसी कुल्लू डॉ. ऋचा वर्मा ने कहा कि कुल्लू जिला के लिए यह गौरव की बात है कि यहां के शरण गांव को क्राफ्ट हैंडलूम विलेज के तौर पर विकसित करने के लिए देश के 3 गांव में चुना गया है. इस दौरान वर्चुअल संवाद के माध्यम से महिला एवं बाल कल्याण व वस्त्र मंत्रालय मंत्री स्मृति ईरानी ने भी ग्रामीणों को संबोधित किया और शरण गांव के चयन पर उन्हें बधाई दी.
डीसी कुल्लू डॉ. ऋचा वर्मा ने बताया कि इस गांव में मूलभूत सुविधाओं के सृजन और सौंदर्यीकरण पर एक करोड़ 40 लाख रुपये की राशि खर्च की जाएगी. वहीं, गांव में भव्य हैंडलूम सुविधा केंद्र का निर्माण किया जाएगा. इसमें तैयार किए गए उत्पादों को प्रदर्शित किया जाएगा और बुनकरों के लिए प्रशिक्षण केंद्र का निर्माण किया जाएगा. गांव में आने वाले सैलानियों को स्वयं बुनाई करने के अनुभव की सुविधा भी प्रदान की जाएगी.
डीसी ऋचा वर्मा ने कहा कि शरण गांव अपने आप में एक ऐतिहासिक गांव हैं और क्राफ्ट हैंडलूम विलेज के तौर पर विकसित होने से इस क्षेत्र को राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त होगी. जिससे यहां पर्यटन गतिविधियां बढ़ेंगी और साथ ही लोगों की आर्थिकी भी काफी मजबूत होगी.
वहीं, युवती दीपा ठाकुर का कहना है कि शरण गांव में हर घर में महिला बुनाई का कार्य करती हैं. ग्रामीणों के लिए खुशी की बात है कि उनका गांव हैंडलूम विलेज के लिए चयनित हुआ है. ऐसे में अब गांव में महिलाओं की आर्थिकी में भी सुधार आएगा और सैलानियों को भी उनके गांव को जानने का मौका मिलेगा.
वहीं, इससे पहले दिल्ली से वर्चुअल जुड़ी केंद्रीय महिला एवं बाल विकास वस्त्र मंत्री स्मृति ईरानी ने ग्रामीणों को हैंडलूम विलेज बनने पर बधाई दी और उन्हें आश्वासन दिया कि केंद्रीय मंत्रालय की ओर से ग्रामीणों के उत्थान के लिए हरसंभव प्रयास किए जाएंगे. इस दौरान 25 महिलाओं को बुनाई के उपकरण भी दिए गए.