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कुल्लू में 8 करोड़ 60 लाख रुपए में बदलेगी बदाह सीवरेज सिस्टम की सूरत, पानी शुद्ध होने से नहीं होगा प्रदूषण - कुल्लू में सीवरेज सिस्टम हाईटेक होगा

कुल्लू में 8 करोड़ की लागत से ज्यादा में बदाह का सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट को हाईटेक किया जाएगा. जल शक्ति विभाग को इसकी तकनीकी मंजूरी मिल गई और जल्द काम शुरू किया जागएा

sewerage system plant will be hi tech in Kullu
sewerage system plant will be hi tech in Kullu
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Published : May 16, 2023, 10:42 AM IST

कुल्लू: जिला कुल्लू के मुख्यालय के साथ लगते बदाह में जल शक्ति विभाग के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट को अब हाईटेक किया जाएगा. यहां पर मूविंग बेड बायोफिल्म रिएक्टर सिस्टम के माध्यम से अलग किए जाने वाले जल की शुद्धता को बढ़ाया जाएगा, ताकि इस पानी से ब्यास नदी में किसी भी प्रकार का प्रदूषण ना हो सके. इस तकनीक पर अब जल शक्ति विभाग जल्द काम करेगा और इस पर 8 करोड 60 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे.

बदाह सीवरेज सिस्टम की सूरत बदलेगी
बदाह सीवरेज सिस्टम की सूरत बदलेगी

1.50 मिलियन लीटर क्षमता होगी: जल शक्ति विभाग से मिली जानकारी के अनुसार एमबीबीआर मतलब सिस्टम के माध्यम से मल से किए जाने वाले जल की शुद्धता को बढ़ाने की दिशा में काम किया जाएगा, क्योंकि सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट से जल को शुद्ध किए जाने के बाद उसे नदी नालों में बहा दिया जाता है. ऐसे में इस सिस्टम के माध्यम से जल और अधिक शुद्ध होगा. इस एसटीपी को हाईटेक करने के लिए जल शक्ति विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है. बहुउद्देशीय अमृत योजना के तहत अपग्रेड होने वाले सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट को आधुनिक सुविधाओं के साथ-साथ इसकी क्षमता को बढ़ाए जाने की भी योजना है. वर्तमान में इस प्लांट में 0.38 मिलियन लीटर एमएलडी पानी प्रोसेस करने की क्षमता है, लेकिन अब से 1.50 मिलियन लीटर क्षमता वाला बनाया जाएगा.

टैंकों का निर्माण किया जाएगा: एसटीपी को हाईटेक करने के लिए एमबीबीआर टैंक की क्षमता को बढ़ाने के लिए टैंकों का निर्माण किया जाएगा, जबकि इसके अलावा 1.50 एमएलडी क्षमता के लिए प्राथमिक उपचार इकाइयों का निर्माण ,जिसमें एमबीबीआर रिसीविंग चैंबर, मैकेनिकल कोर्स स्क्रीन, ग्रेड रिमूवल चैनल, आंतरिक सीवरेज होल्डिंग टैंक का निर्माण किया जाएगा. इससे पहले सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 18 एमएलडी थी, जिसकी क्षमता बढ़ाकर अब डीएमएलडी की जा रही है.

जल्द काम होगा शुरू: जल शक्ति विभाग कुल्लू के एसडीओ अंकित विष्ट ने बताया कि बदाह में लगे सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट को एमबीबीआर में परिवर्तित करने के लिए 8 करोड 60 लाख रुपए के बजट का प्रावधान किया गया है. इसकी क्षमता 0.38 से 1.50 मिलियन लीटर डेली एमएलडी तक की जाएगी. इतना ही नहीं यहां पर अन्य निर्माण के साथ-साथ भवन निर्माण किया जाएगा और अन्य मशीनों को भी वहां पर स्थापित किया जाएगा। इस ट्रीटमेंट प्लांट के आधुनिक होने से लंका बेकर सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का बोझ भी कम होगा और नदी में प्रदूषण की मात्रा भी काफी घट जाएगी। अब इसके लिए टेक्निकल अप्रूवल भी मिल गई है जल्द ही कार्य शुरू होगा.

ये भी पढ़ें : स्पेशल: पानी की बर्बादी पर लगेगी लगाम, नल के साथ मीटर करेगा काम

कुल्लू: जिला कुल्लू के मुख्यालय के साथ लगते बदाह में जल शक्ति विभाग के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट को अब हाईटेक किया जाएगा. यहां पर मूविंग बेड बायोफिल्म रिएक्टर सिस्टम के माध्यम से अलग किए जाने वाले जल की शुद्धता को बढ़ाया जाएगा, ताकि इस पानी से ब्यास नदी में किसी भी प्रकार का प्रदूषण ना हो सके. इस तकनीक पर अब जल शक्ति विभाग जल्द काम करेगा और इस पर 8 करोड 60 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे.

बदाह सीवरेज सिस्टम की सूरत बदलेगी
बदाह सीवरेज सिस्टम की सूरत बदलेगी

1.50 मिलियन लीटर क्षमता होगी: जल शक्ति विभाग से मिली जानकारी के अनुसार एमबीबीआर मतलब सिस्टम के माध्यम से मल से किए जाने वाले जल की शुद्धता को बढ़ाने की दिशा में काम किया जाएगा, क्योंकि सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट से जल को शुद्ध किए जाने के बाद उसे नदी नालों में बहा दिया जाता है. ऐसे में इस सिस्टम के माध्यम से जल और अधिक शुद्ध होगा. इस एसटीपी को हाईटेक करने के लिए जल शक्ति विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है. बहुउद्देशीय अमृत योजना के तहत अपग्रेड होने वाले सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट को आधुनिक सुविधाओं के साथ-साथ इसकी क्षमता को बढ़ाए जाने की भी योजना है. वर्तमान में इस प्लांट में 0.38 मिलियन लीटर एमएलडी पानी प्रोसेस करने की क्षमता है, लेकिन अब से 1.50 मिलियन लीटर क्षमता वाला बनाया जाएगा.

टैंकों का निर्माण किया जाएगा: एसटीपी को हाईटेक करने के लिए एमबीबीआर टैंक की क्षमता को बढ़ाने के लिए टैंकों का निर्माण किया जाएगा, जबकि इसके अलावा 1.50 एमएलडी क्षमता के लिए प्राथमिक उपचार इकाइयों का निर्माण ,जिसमें एमबीबीआर रिसीविंग चैंबर, मैकेनिकल कोर्स स्क्रीन, ग्रेड रिमूवल चैनल, आंतरिक सीवरेज होल्डिंग टैंक का निर्माण किया जाएगा. इससे पहले सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 18 एमएलडी थी, जिसकी क्षमता बढ़ाकर अब डीएमएलडी की जा रही है.

जल्द काम होगा शुरू: जल शक्ति विभाग कुल्लू के एसडीओ अंकित विष्ट ने बताया कि बदाह में लगे सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट को एमबीबीआर में परिवर्तित करने के लिए 8 करोड 60 लाख रुपए के बजट का प्रावधान किया गया है. इसकी क्षमता 0.38 से 1.50 मिलियन लीटर डेली एमएलडी तक की जाएगी. इतना ही नहीं यहां पर अन्य निर्माण के साथ-साथ भवन निर्माण किया जाएगा और अन्य मशीनों को भी वहां पर स्थापित किया जाएगा। इस ट्रीटमेंट प्लांट के आधुनिक होने से लंका बेकर सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का बोझ भी कम होगा और नदी में प्रदूषण की मात्रा भी काफी घट जाएगी। अब इसके लिए टेक्निकल अप्रूवल भी मिल गई है जल्द ही कार्य शुरू होगा.

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