कुल्लू: शराब पीकर वाहन दौड़ाने वालों के खिलाफ शिकंजा कसते हुए पुलिस ने ड्रंकन ड्राइविंग के धड़ाधड़ चालान काटे हैं. अभियान की कामयाबी से इस साल अगस्त महीने में हादसों की संख्या काफी हद तक घटी है.
इस साल अगस्त में सड़क हादसों में तीन लोगों ने जान गवाईं और 30 लोग घायल हुए. जबकि पिछले साल अगस्त महीने में 18 लोग सड़क हादसों में काल का ग्रास बन गए थे और 39 लोग जख्मी हो गए थे. 2018 में अगस्त महीने में 19 सड़क हादसे हुए और 2019 में 17 सड़क हादसे हुए.
पुलिस विभाग ने मिशन जीरो के तहत जिले में सड़क हादसों पर लगाम लगाने के लिए कार्य किया और इसकी कामयाबी आंकड़े भी बयां कर रहे हैं. लोग भी पुलिस की इस कार्रवाई की सराहना कर रहे हैं. लोगों का कहना है कि पुलिस अगर सख्ती भी कर रही है, तो यह आम लोगों की सुरक्षा के लिए हो रहा है. कुल्लू वासियों का कहना है कि रात को शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों पर शिकंजा कसा जाना जरूरी है. शराब पीकर गाड़ी चलाने वाले अपनी जान तो जोखिम में डालते ही हैं, साथ ही दूसरों की जान के लिए भी खतरा बनते हैं.
उल्लंघन करने वालों पर शिकंजा
पुलिस ने अगस्त महीने में शराब पीकर वाहन दौड़ाते हुए 224 लोग पकड़े हैं. बिना हेलमेट दोपहिए वाहन चलाते हुए पकड़े गए लोगों के 2548 चालान काटे. ओवर स्पीड के चक्कर में चार वाहन चालकों के चालान कटे और लापरवाही से वाहन चलाने पर 102 लोग पर कार्रवाई की गई. मोबाइल फोन सुनते हुए गाड़ी चला रहे 73 लोग, बिना सीट बेल्ट गाड़ी चला रहे 791 लोग फंसे. पुलिस ने कुल 10,253 चालान काटे और 71,690 रुपये जुर्माना वसूला.
अगस्त 2018 में शराब पीकर गाड़ी चलाते हुए 108 लोग, बिना हेलमेट 3098 लोग, ओवर स्पीड में 7 और लापरवाही से वाहन दौड़ाने पर 123 लोग फंसे व चालान कटे. गाड़ी चलाते समय मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते हुए 193 लोगों बिना सीट बेल्ट के 1372 लोगों के चालान कटे. पुलिस ने कुल 7,897 चालान काटे और 65,226 हजार रुपये जुर्माना वसूला.
एएसपी राज कुमार चंदेल ने बताया कि मिशन जीरो के सार्थक एवं सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं. हादसों में मौतों के आंकड़ों का ग्राफ काफी नीचे गिर गया है और हादसे भी घटे हैं. आने वाले दिनों में मिशन जीरो पर और अधिक फोकस किया जाएगा. एएसपी ने आम लोगों से यातायात नियमों का पालन करने की अपील की है.