कुल्लू: केंद्र सरकार द्वारा 1 फरवरी को पेश किए जा रहे केंद्रीय बजट को लेकर देश की निगाहें टिकी हुई है. वहीं, हिमाचल के लोगों के बीच भी इससे उम्मीदें बंधी हुई है. केंद्रीय बजट को लेकर कुल्लू में लोगों ने केंद्र सरकार से बजट में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए उचित रूप से बजट देने की भी मांग रखी है.
लोगों का कहना है कि प्रदेश के कई धार्मिक स्थल आज भी गुमनामी का दंश झेल रहे हैं. हालांकि, हिमाचल में पर्यटक हर साल लाखों की संख्या में आने के बावजूद प्रदेश के कुछ हिस्सों तक ही सीमित रह जाते हैं. ऐसे में धार्मिक पर्यटन स्थलों के बारे में तो पर्यटकों को कोई उचित जानकारी नहीं है. साथ ही इन स्थलों पर पर्यटकों के लिए अभी तक मूलभूत सुविधाएं सरकार उपलब्ध नहीं करवा पाई है.
लोगों का कहना है कि उत्तराखंड में भी कई ऐसे धार्मिक स्थल हैं, जिन्हें पर्यटन की दृष्टि से जोड़ा गया है. केंद्रीय बजट में केंद्र सरकार के धार्मिक स्थलों को पर्यटन से जोड़ने के लिए बजट का प्रावधान करने पर प्रदेश के पर्यटन को तेज गति मिलेगी.
साथ ही धार्मिक स्थल के आसपास के ग्रामीणों को भी रोजगार के कई अवसर पैदा होंगे. लोगों ने कहा कि धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए केंद्रीय स्तर पर प्रयास किए जाएं, ताकि हिमाचल के गुमनाम धार्मिक स्थल विकसित हो सके.
ये भी पढ़ें: मनाली के नेहरुकुंड में रोके जा रहे पर्यटकों के वाहन, भारी बर्फबारी के चलते प्रशासन ने लिया निर्णय