कुल्लू: जिला कुल्लू अपने अतिसुंदर पर्यटन क्षेत्रों के लिए दुनियाभर में मशहूर है. कुल्लू जिले की पार्वती घाटी में घूमने लिए हर साल लाखों पर्यटक आते हैं. लेकिन वहीं, पार्वती घाटी बहुत ही दुर्गम क्षेत्र है. पार्वती घाटी के दुर्गम पहाड़ों की जानकारी न होने के चलते हर साल यहां पर कई पर्यटक लापता हुए हैं. जिससे यहां का पर्यटन भी बुरी तरह प्रभावित हो रहा है. जिससे देश विदेश में पार्वती घाटी की छवि भी खराब हो रही है. ऐसे में प्रदेश सरकार को चाहिए कि वे जल्द से जल्द पार्वती घाटी में एक टूरिस्ट सूचना केंद्र खोले. ये बात पार्वती घाटी एडवेंचर टूर ऑपरेटर एसोसिएशन के सदस्यों द्वारा कही गई.
पार्वती घाटी एडवेंचर टूर ऑपरेटर एसोसिएशन प्रदेश सरकार से मांग उठाई है की पार्वती घाटी में टूरिस्ट सूचना केंद्र खोला जाए. ताकि पर्यटकों को यहां के पहाड़ों के बारे में सही जानकारी मिल सके और उनके साथ किसी भी प्रकार का हादसा ना हो. टूरिस्ट सूचना केंद्र के जरीए पर्यटकों को पर्यटन स्थलों, ट्रेंकिग रूटों व घाटी की भूगौलिक स्थिति से अवगत करवाया जाए. इसके अलावा पार्वती घाटी के ट्रेंकिग स्थलों पर जाने वाले ट्रैकर के लिए गाइड आवश्यक सुनिश्चित किया जाए.
पार्वती घाटी एडवेंचर टूर ऑपरेटर एसोसिएशन के अध्यक्ष डीआर सुमन की अगुवाई में एक प्रतिनिधिमंडल डीसी कुल्लू से मिला और इस विषय में ज्ञापन भी सौंपा. डीआर सुमन ने बताया कि अधिकतर पर्यटक घाटी के ट्रैकिंग रूटों पर बिना गाइड के निकल जाते हैं. जिस कारण कई पर्यटक जंगल का रास्ता भटक जाते हैं या फिर दुर्घटना का शिकार होते हैं या फिर लापता हो जाते हैं. इस कारण घाटी का नाम खराब हो रहा है और यहां का पर्यटन भी प्रभावित हो रहा है. इन सभी घटनाओं को रोकने के लिए एक टूरिस्ट इन्फॉर्मेशन सेंटर होना जरुरी है और गाइड के बिना ट्रेंकिग की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए. जिससे इस तरह की घटनाओं को भी रोका जा सकता है और स्थानीय युवाओं को रोजगार भी मिलेगा.
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