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Parama Ekadashi 2023: इस बार की एकादशी है खास, होगी धन की बरसात, जानें परमा एकादशी का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

Parama Ekadashi 2023 आने वाली है. इस खास एकादशी पर भगवान की अपने भक्तों पर खास कृपा होती है. आचार्य दीप कुमार कुमार बता रहे हैं ये एकादशी क्यों है खास और कब है इसका शुभ मुहूर्त ? (Ekadashi kab hai) (kamala ekadashi) (Ekadashi Vrat)

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Published : Aug 9, 2023, 5:44 PM IST

परमा एकादशी व्रत
परमा एकादशी व्रत

Parama Ekadashi 2023 : सनातन धर्म में व्रत और पूजा अनुष्ठान का काफी महत्व है. खासकर एकादशी के व्रत का खास महत्व है. एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है. कहते हैं कि एकादशी का व्रत और इस दिन भगवान विष्णु की अराधना से हर मनोकामना पूर्ण होती है. श्रावण मास में बहुत ही खास एकादशी आने वाली है, जो विष्णु भक्तों के लिए बहुत ही खास होने वाली है. इसे परमा एकादशी कहते हैं.

कब है परमा एकादशी ?- श्रावण मास की दूसरी एकादशी इस बार शनिवार 12 अगस्त को होगी. इसे ही परमा एकादशी के नाम से जाना जाता है. इस एकादशी को कमला एकादशी या फिर पुरुषोत्तमी एकादशी भी कहते हैं. वैसे तो एकादशी का दिन भगवान विष्णु को प्रसन्न करने का सबसे अच्छा दिन माना जाता है लेकिन परमा एकादशी के दिन व्रत और भगवान विष्णु की अराधना कई गुना फलदायी होती है.

परमा एकादशी पर भगवान विष्णु करेंगे मनोकामना पूरी
परमा एकादशी पर भगवान विष्णु करेंगे मनोकामना पूरी

परमा एकादशी तिथि और व्रत का पारण- कुल्लू के आचार्य दीप कुमार के मुताबिक श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथी का आरंभ शुक्रवार 11 अगस्त को सुबह 5 बजकर 6 मिनट को हो जाएगा. जबकि इसका समापन 12 अगस्त सुबह 6 बजकर 31 मिनट पर होगा. ऐसे में परमा एकादशी का व्रत 12 अगस्त शनिवार को रखा जाएगा. जबकि व्रत का पारण रविवार 13 अगस्त को सुबह 8 बजकर 19 मिनट से लेकर 9 बजकर 49 मिनट तक होगा.

बहुत खास है परमा एकादशी तिथि- आचार्य दीप कुमार का कहना है कि इस व्रत को धन के देवता कुबेर ने भी किया था और इस व्रत से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने उन्हें धन का राजा बना दिया था. वहीं इसी व्रत के माध्यम से ही राजा हरिश्चंद्र को पुत्र, स्त्री और राज्य की प्राप्ति हुई थी. ऐसी मान्यता है कि इस व्रत के दौरान 5 दिन तक स्वर्ण दान, विद्या दान, अन्न दान, भूमि दान और गोदान करना चाहिए. ऐसा करने से व्यक्ति को देवी लक्ष्मी का आशीर्वाद मिलता है और उसे धन की कोई कमी नहीं होती है.

परमा एकादशी का व्रत दिलाएगा धन- आचार्य दीप कुमार के मुताबिक पुराणों में उल्लेख है कि इस व्रत को करने और इसकी कथा का वाचन करने से धन से जुड़े हर संकट दूर हो जाते हैं. यदि कोई व्यक्ति किसी कारण से ये व्रत नहीं कर पाता तो केवल कथा सुनने मात्र से ही उसकी दरिद्रता दूर हो जाती है. अधिक मास को पुरुषोत्तम मास भी कहा जाता है और परम एकादशी के व्रत करने से मनुष्य को भगवान विष्णु को विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है. सभी वैष्णवों यानी भगवान विष्णु या उनके अवतारों को अपना स्वामी मानने वालों को परम एकादशी व्रत जरूर करना चाहिए.

परमा एकादशी का व्रत दिलाएगा लक्ष्मी का आशीर्वाद
परमा एकादशी का व्रत दिलाएगा लक्ष्मी का आशीर्वाद

इस दिन क्या-क्या करें- परमा एकादशी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करने के बाद भक्त इस व्रत का संकल्प लें. उसके बाद भगवान विष्णु का पंचोपचार विधि से पूजन करें. निर्जला व्रत रखकर विष्णु पुराण का पाठ करें. वहीं इस दिन रात्रि में भजन कीर्तन भी करना चाहिए तथा योग्य ब्राह्मण को दान दक्षिणा भी अवश्य देनी चाहिए. द्वादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा करने के बाद व्रत का पारण करना चाहिए.

ये भी पढ़ें: Sawan Somvar 2023: विभिन्न राशियों का जातक अलग-अलग तरीके से करें भगवान शिव का अभिषेक, पूरी होंगी सभी इच्छाएं!

Parama Ekadashi 2023 : सनातन धर्म में व्रत और पूजा अनुष्ठान का काफी महत्व है. खासकर एकादशी के व्रत का खास महत्व है. एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है. कहते हैं कि एकादशी का व्रत और इस दिन भगवान विष्णु की अराधना से हर मनोकामना पूर्ण होती है. श्रावण मास में बहुत ही खास एकादशी आने वाली है, जो विष्णु भक्तों के लिए बहुत ही खास होने वाली है. इसे परमा एकादशी कहते हैं.

कब है परमा एकादशी ?- श्रावण मास की दूसरी एकादशी इस बार शनिवार 12 अगस्त को होगी. इसे ही परमा एकादशी के नाम से जाना जाता है. इस एकादशी को कमला एकादशी या फिर पुरुषोत्तमी एकादशी भी कहते हैं. वैसे तो एकादशी का दिन भगवान विष्णु को प्रसन्न करने का सबसे अच्छा दिन माना जाता है लेकिन परमा एकादशी के दिन व्रत और भगवान विष्णु की अराधना कई गुना फलदायी होती है.

परमा एकादशी पर भगवान विष्णु करेंगे मनोकामना पूरी
परमा एकादशी पर भगवान विष्णु करेंगे मनोकामना पूरी

परमा एकादशी तिथि और व्रत का पारण- कुल्लू के आचार्य दीप कुमार के मुताबिक श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथी का आरंभ शुक्रवार 11 अगस्त को सुबह 5 बजकर 6 मिनट को हो जाएगा. जबकि इसका समापन 12 अगस्त सुबह 6 बजकर 31 मिनट पर होगा. ऐसे में परमा एकादशी का व्रत 12 अगस्त शनिवार को रखा जाएगा. जबकि व्रत का पारण रविवार 13 अगस्त को सुबह 8 बजकर 19 मिनट से लेकर 9 बजकर 49 मिनट तक होगा.

बहुत खास है परमा एकादशी तिथि- आचार्य दीप कुमार का कहना है कि इस व्रत को धन के देवता कुबेर ने भी किया था और इस व्रत से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने उन्हें धन का राजा बना दिया था. वहीं इसी व्रत के माध्यम से ही राजा हरिश्चंद्र को पुत्र, स्त्री और राज्य की प्राप्ति हुई थी. ऐसी मान्यता है कि इस व्रत के दौरान 5 दिन तक स्वर्ण दान, विद्या दान, अन्न दान, भूमि दान और गोदान करना चाहिए. ऐसा करने से व्यक्ति को देवी लक्ष्मी का आशीर्वाद मिलता है और उसे धन की कोई कमी नहीं होती है.

परमा एकादशी का व्रत दिलाएगा धन- आचार्य दीप कुमार के मुताबिक पुराणों में उल्लेख है कि इस व्रत को करने और इसकी कथा का वाचन करने से धन से जुड़े हर संकट दूर हो जाते हैं. यदि कोई व्यक्ति किसी कारण से ये व्रत नहीं कर पाता तो केवल कथा सुनने मात्र से ही उसकी दरिद्रता दूर हो जाती है. अधिक मास को पुरुषोत्तम मास भी कहा जाता है और परम एकादशी के व्रत करने से मनुष्य को भगवान विष्णु को विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है. सभी वैष्णवों यानी भगवान विष्णु या उनके अवतारों को अपना स्वामी मानने वालों को परम एकादशी व्रत जरूर करना चाहिए.

परमा एकादशी का व्रत दिलाएगा लक्ष्मी का आशीर्वाद
परमा एकादशी का व्रत दिलाएगा लक्ष्मी का आशीर्वाद

इस दिन क्या-क्या करें- परमा एकादशी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करने के बाद भक्त इस व्रत का संकल्प लें. उसके बाद भगवान विष्णु का पंचोपचार विधि से पूजन करें. निर्जला व्रत रखकर विष्णु पुराण का पाठ करें. वहीं इस दिन रात्रि में भजन कीर्तन भी करना चाहिए तथा योग्य ब्राह्मण को दान दक्षिणा भी अवश्य देनी चाहिए. द्वादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा करने के बाद व्रत का पारण करना चाहिए.

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