मनाली: पर्यटन नगरी मनाली में बीते दिनों हुई बारिश से क्षेत्र में भारी तबाही मची हुई है. मढ़ी के समीप मनाली लेह मार्ग पर भूस्खलन की चपेट में एक तेल का टैंकर आ गया. हालांकि इस घटना से किसी तरह का कोई जानी नुकसान नहीं हुआ है. इसके अलावा चंडीगढ से मनाली के मध्य भी पहाड़ी से पत्थरों के गिरने का खतरा बना हुआ है.
मनाली से कुल्लू व मनाली से रोहतांग के बीच कई जगह से मार्ग क्षतिग्रस्त हुए हैं. कई स्थानों पर भवनों को काफी नुकसान हुआ है. फिलहाल घाटी में बारिश का दौर थम गया है और आसमान में धूप भी खिली हुई है. मौसम कुछ हद तक बेशक साफ हुआ है, लेकिन खतरा अभी भी टला नहीं है. जगह-जगह भूस्खलन का दौर अभी जारी है, जिससे हादसों का खतरा टला नहीं है.
वहीं घाटी में मौसम के साफ होते ही प्रशासन भी बारिश से हुए नुकसान का आंकलन करने में जुट गया है. मनाली एसडीएम अमित गुलेरिया ने बताया कि बीते दिनों हुई बारिश से मनाली में काफी नुकसान हुआ है. उन्होंने कहा कि मनाली के रांगडी और आलूग्राउंड में नेशनल हाईवे-3 पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया था, जिसे ठीक कर दिया है और मार्ग को बहाल कर दिया है.
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उन्होंने कहा कि घाटी में अन्य नुकसान का भी आंकलन किया जा रहा है. एसडीएम अमित गुलेरिया ने कहा कि मनाली एक पर्यटन नगरी और पर्यटन स्थल है और काफी सारे पर्यटक यहां घूमने आते हैं. उन्होंने पर्यटकों से अपील की है कि बारिश के दिनों में ट्रैकिंग के लिए ऊंचे स्थानों पर ना जाए.