कुल्लू: कोरोना के कहर के चलते जिला कुल्लू में पर्यटन कारोबार प्रभावित हुआ है. वहीं, शराब के कारोबारी भी कोरोना की मार से अछूते नहीं है. शराब का व्यापार ना होने के चलते शराब कारोबारियों ने 1 जून से अपने शराब की दुकानों को बंद करने का निर्णय लिया है. कुल्लू के मुख्यालय ढालपुर में आबकारी एवं कराधान विभाग के कार्यालय में जिला की उझी घाटी के शराब कारोबारियों का एक प्रतिनिधिमंडल आबकारी अधिकारी से मिला.
शराब कारोबारियों का कहना है कि लॉकडाउन व कर्फ्यू के चलते उनका व्यापार भी काफी प्रभावित हुआ है. सरकार की ओर से दिया जा रहा शराब का कोटा बिल्कुल भी नहीं बिक रहा है. इसके चलते सरकार उन्हें 70% कोटा कम दे या फिर रोजाना दुकानों में बिक्री की तर्ज पर, उन्हें शराब का कोटा जारी किया जाए.
कारोबारियों का कहना है कि कुल्लू में पर्यटन कारोबार कोरोना के चलते काफी प्रभावित हुआ है और इसका असर शराब कारोबारियों पर भी पड़ा है. शराब की दुकानों में 90% तक बिक्री घट गई है, जिसके चलते आबकारी विभाग की फीस निकालना भी काफी मुश्किल हो गया है.
जगदीश चंद शराब कारोबारी का कहना है कि सरकार उन्हें निर्धारित किए गए कोटे से 30% शराब ही दें ताकि वह उसे अच्छी तरह से बेच पाए. अगर सरकार ऐसा कदम नहीं उठाती है तो नए आबकारी वितीय वर्ष में विभाग से उनकी फीस को वापस किया जाए. अगर सरकार की ओर से 1 जून तक इसका हल नहीं निकाला गया तो कुल्लू में शराब की दुकानों को बंद कर दिया जाएगा.
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