कुल्लू: जिला कुल्लू के पारला भुंतर में ब्यास नदी में आई बाढ़ से जहां 7 घर बह गए तो वहीं, 2 होटल और पेट्रोल पंप भी बाढ़ में बह गए. ऐसे में अब प्रभावित परिवार खुले आसमान के नीचे रात गुजारने के लिए मजबूर हो गए हैं. नदी में बाढ़ अचानक से आई कि प्रभावित परिवारों को अपने घर से सामान भी बाहर निकालने का मौका नहीं मिल पाया. ऐसे में अब उन्हें प्रदेश सरकार से उम्मीद है कि सरकार उन्हें दोबारा से स्थापित करने में मदद करेगी.
बीते दिनों ब्यास व पार्वती नदी में आई बाढ़ के चलते जिलों के विभिन्न इलाकों पर भारी भूस्खलन हुआ और अरबों रुपए की संपत्ति भी पानी में बह गई. ऐसे में मंगलवार को मौसम साफ होने के बाद अब प्रभावित परिवार मलबे में समान तलाश रहे हैं. उन्हें उम्मीद है कि शायद उन्हें बाढ़ में कुछ बचा हुआ मिल पाएगा. बाढ़ से प्रभावित लोगों का कहना है कि उन्होंने ब्यास नदी का विकराल रूप पहली बार देखा है कि नदी अपने साथ कई घरों होटलों को बहाकर ले गई है. वह सब बारिश के चलते पहले ही सहमें हुए थे, लेकिन देखते ही देखते बाढ़ ने सड़क का कटाव किया और उनके घर होटल सब कुछ बहा कर ले गई.
बाढ़ में बह गए होटल के मालिक का कहना है कि इस बाढ़ में उनका सबकुछ बह गया और इससे उन्हें काफी नुकसान हुआ है. वहीं, होटल में काम करने वाले कर्मचारी बेरोजगार हो गए हैं. ऐसे में अब सरकार उन्हें राहत प्रदान करे. वहीं, बाढ़ से प्रभावित स्थानीय लोगों का कहना है कि बाढ़ के चलते उनकी दुकानें बह गई और अब वह लोग बेरोजगार हो गए हैं. उनके बुजुर्गों के द्वारा काफी मेहनत के बाद यह दुकानें बनाई गई थी, लेकिन बाढ़ के चलते अब उन्हें लाखों रुपये का नुकसान हुआ है. अब वे किस तरह से इस नुकसान की भरपाई कर पाएंगे इसकी चिंता उन्हें सताई जा रही है.