कुल्लू: प्रदेश सरकार के पर्यटन कारोबार को शुरू करने की अनुमति देने के बाद से ही जहां पर्यटन कारोबारियों में असमंजस की स्थिति है. वहीं, सरकार के इस फैसले का विरोध भी किया जा रहा है. जिला कुल्लू में भी कांग्रेस ने इस फैसले को जल्दबाजी में लिया गया फैसला बताया जा रहा है. साथ ही इस फैसले से कोरोना वायरस के मामलों में बढ़ोतरी होने की भी आशंका जताई जा रही है.
जिला कुल्लू कांग्रेस के महासचिव चुनेश्वर ठाकुर ने कहा कि सरकार अपने लोगों को फायदा देने के लिए पर्यटन उद्योग को शुरू करने में लगी हुई है. उन्होंने कहा कि प्रदेश के विभिन्न मशहूर पर्यटन स्थलों पर बीजेपी के ही नेताओं व मंत्रियों के बड़े-बड़े होटल हैं, जिन्हें फायदा देने के लिए सरकार ने यह फैसला लिया है, जबकि सरकार के इस फैसले से प्रदेश के लाखों लोग प्रभावित होंगे.
चुनेश्वर ठाकुर ने कहा कि सरकार तर्क दे रही है कि यहां आने वाले पर्यटक कोरोना नेगेटिव की रिपोर्ट लेकर ही आएं, जबकि सरकार को कुछ हद तक यह टेस्ट प्रदेश की सीमा पर ही करवाने चाहिए, ताकि पता चल सके कि बाहरी राज्यों से आने वाले पर्यटक की रिपोर्ट का आधार क्या है.
चुनेश्वर ठाकुर ने कहा कि कोरोना संक्रमण कहीं भी व्यक्ति को घेर सकता है. उस व्यक्ति के माध्यम से वह किसी भी जगह पर अपना अटैक कर सकता है. ऐसे में प्रदेश सरकार के यहां पर्यटन खोलने का फैसला बिल्कुल गलत हैं. इससे हिमाचल प्रदेश के लाखों लोग प्रभावित होंगे.
गौर रहे कि प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में भी कोरोना वायरस के संक्रमण की आशंका को देखते हुए लोगों ने अपने होटल व होमस्टे को बंद रखने का फैसला लिया है. वहीं, ग्रामीणों ने भी पंचायत स्तर पर प्रस्ताव पारित कर उसे जिला प्रशासन को सौंपा है कि उनकी पंचायत में फिलहाल पर्यटन संबंधी गतिविधियां शुरू ना की जाए.
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