कुल्लूः 21 मई, 2018 को समंदर के रास्ते पूरी दुनिया का चक्कर लगाने वाली भारतीय नौसेना की टीम तारिणी के नाम अब एक और उपलब्धि जुड़ गई है. भारतीय नौसेना की छह सदस्यीय महिला अफसरों वाली टीम तारिणी के मिशन को लिम्का बुक ऑफ रिकॉडर्स में शामिल किया गया है.
हर्ष की बात ये है कि इस टीम की छह महिला सदस्यों में से एक सदस्य हिमाचल के जिला कुल्लू की लेफ्टिनेंट कमांडर प्रतिभा जम्वाल भी थीं. मिशन तारिणी को लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में शामिल किए जाने की पुष्टि प्रतिभा जम्वाल ने अपनी फेसबुक पोस्ट से की है.
10 सितंबर, 2017 को आईएनएसवी तारिणी जहाज में सवार होकर भारत की छह बेटियां दुनिया का चक्कर लगाने निकली थी. तारिणी टीम लेफ्टिनेंट कमांडर वर्तिका जोशी की अगुवाई में लेफ्टिनेंट कमांडर प्रतिभा जम्वाल, लेफ्टिनेंट कमांडर पी स्वाति, लेफ्टिनेंट ऐश्वर्या बोडापत्ति, लेफ्टिनेंट एस विजया देवी और लेफ्टिनेंट पायल गुप्ता शामिल थीं.
ये यात्रा पूरे 10 महीने बाद 21 मई, 2018 को खत्म हुई. इन 10 महीनों के दौरान तारिणी टीम ने 21,600 नॉटिकल मील की दूरी तय की. इस दौरान उन्होंने तीन महासागर की लहरों से जूझकर महा केप लेउविन, हॉर्न व गुड़हॉप से होकर तूफान का सामना भी किया.
लेफ्टिनेंट कमांडर प्रतिभा जम्वाल को 15 अगस्त को नौसेना मेडल से सम्मानित किया गया था. इसके बाद दिल्ली में 25 सितंबर को राष्ट्रपति भवन में प्रतिभा को देश के खेल सम्मान तेंजिन नोर्गे अवार्ड से राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सम्मानित किया था.