कुल्लू: देशभर में होली का त्योहार मनाया जा रहा है. वहीं, रघुनाथ की नगरी कुल्लू में भी होली उत्सव की धूम रही. जिला कुल्लू के मुख्यालय ढालपुर, सरवरी, अखाड़ा बाजार, भुंतर में खूब गुलाल उड़ा. वहीं, मनाली, पतली कुहल, भुंतर, मणिकर्ण और तीर्थन, बंजार में होली पर टोलियों में लोगों ने एक-दूसरे को खूब रंग-गुलाल लगाकर खुशियां मनाईं. कुल्लू में देवी-देवताओं के मंदिरों में भी होली पर प्राचीन परंपराओं का निर्वहन किया गया.
देशभर में वैसे तो होली का त्योहार बुधवार को मनाया जाएगा. वहीं, कुल्लू जिले में हर साल दो दिन पहले से ही होली मनाई जाती है. जिला कुल्लू के विभिन्न इलाकों में होली के त्योहार पर शाम के समय फाग जलाई जाती है. स्थानीय लोगों का कहना है कि होलिका दहन मंगलवार को पूर्णिमा के अवसर पर किया जाता है. रंगों का त्योहार बहुत ही धूमधाम और उत्साह से मनाया जाता है.
नगर परिषद कुल्लू के अध्यक्ष गोपाल कृष्ण महंत ने बताया कि होली का त्योहार नई उमंग, नए उत्साह के मनाया जाता है. सभी लोग एक-दूसरे को रंग लगाकर, सभी तरह के मनमुटाव भुलाकर, एक-दूसरे के साथ खुशियां बांटते हैं और स्थानीय मेले और त्योहार एक-दूसरे के जीवन में उत्साह और खुशियां लाते हैं. स्थानीय युवक विजय का कहना है कि हर साल वह होली के त्योहार का इंतजार करते हैं और रंगो के साथ आपसी भाईचारे की भावना के साथ त्योहार को मनाया जाता है. किसी भी तरह का भेदभाव नहीं किया जाता है. वहीं, स्थानीय युवती शिवांगी ने बताया कि जिला कुल्लू में 2 दिन तक होली का त्योहार मनाया जाता है और इस साल भी दोस्तों के साथ मिलकर यह त्योहार धूमधाम के साथ मनाया गया है. वहीं, इस दौरान पारंपरिक नृत्य भी किया गया .
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