कुल्लू: जिला में लगातार बारिश का कहर जारी है. भुंतर में सोमवार सुबह हुई मूसलाधार बारिश से कहुधार कांगड़ी नाले ने फिर से अपना रौद्र रूप दिखाया. नाले का मलबा अंबेदक नगर के सोनू व ठाकर दास की दुकान के साथ गुरदास के मकान में घुस गया.
मकान में किराए पर रह रहे किराएदार के तीन बच्चों सहित एक महिला दलदल की चपेट में आ गए, लेकिन लोगों ने होशियारी से कमरे का पिछला दरवाजा तोड़ कर उन्हें सुरक्षित बाहर निकाल दिया. आपदा के कहर से जनता की सूझबूझ ने चार जिंदगियां बचा ली. भुईन स्कूल के प्रांगण में भी नाले का मलबा भर गया. स्कूल में छुट्टी होने के कारण यहां बड़ा हादसा होने से टल गया.
कहुधार कांगड़ी नाला बार-बार किसी बड़ी तबाही की ओर इशारा कर रहा है. एक बार फिर अंबेदकर नगर की सड़कें व रास्ते दलदल में बदल गए. इस नाले से सबसे ज्यादा खतरा अंबेडकर नगर के साथ राजकीय प्राथमिक पाठशाला भुईन व पारला भुंतर बाजार को है. यह नाला काफी वर्षों से तांडव मचा आ रहा हैं. हर बार नाले की गर्जन सुनकर अंबेडकर के बाशिंदे घबरा जाते हैं. नाले का तांडव यहीं समाप्त नहीं होता है. इसका पानी ब्यास नदी को निकलता है. ब्यास नदी में पहुंचने से पहले पारला भुंतर बाजार को नाले ने कीचड़ से लबालब कर दिया.
कांगड़ी नाले का भयंकर रूप देख घबराए बड़ा भुईंन पंचायत के लोगों ने प्रशासन से इस नाले में कंकर-ईंट की प्रोटेक्शन वॉल देने की गुहार लगाई है. लोगों का कहना है कि 2001 में भी इस नाले ने काफी नुकसान किया है. उस समय शासन व प्रशासन ने नाले के खतरे को देखते हुए इसका हल निकालने का आश्वासन दिया था, लेकिन इस समस्या का समाधान आज तक नहीं हुआ.