कुल्लू: अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव के लिए देवी हिडिंबा और अन्य देवी-देवता जहां ढालपुर मैदान पहुंच गए हैं. वहीं, भगवान रघुनाथ के मंदिर में भी इन देवताओं का आना जारी है. देवी हिडिंबा भी रविवार सुबह रामशिला से रघुनाथ मंदिर के लिए रवाना हुए जहां पर राजपरिवार के सदस्यों द्वारा देवी का भव्य स्वागत किया गया.
इस दौरान सैंज घाटी के देवता लक्ष्मी नारायण सहित अन्य देवी देवताओं ने भगवान रघुनाथ के दरबार में हाजिरी भरी. भगवान रघुनाथ के मंदिर में सुबह से ही भक्तों का आना जाना लगा हुआ है और मंदिर में भी काफी रौनक है. वहीं, हर साल की तरह सैकड़ों देवी-देवताओं के दर्शन इस साल लोगों को नहीं हो पा रहे हैं. क्योंकि कोरोना संकट के चलते प्रशासन द्वारा मात्र 7 देवी देवताओं के देव रथों को आने का ही अनुमति दी गई है.
वहीं, भगवान रघुनाथ की रथ यात्रा के लिए भी सुबह से ही मंदिर में कार्रवाई चली हुई है जिसके तहत पुजारियों ने सुबह भगवान रघुनाथ की विशेष पूजा अर्चना की. इस दौरान देवी हिडिंबा ने भी रघुनाथ मंदिर में दशहरा उत्सव के शांतिपूर्वक संपन्न होने के बारे में देववाणी की.
भगवान रघुनाथ के छड़ी बरदार महेश्वर सिंह ने कहा कि देवी देवताओं ने भगवान रघुनाथ के मंदिर में हाजिरी भरी है और दोपहर बाद भगवान ढालपुर मैदान के लिए रवाना होंगे. रथयात्रा में भाग लेने वाले सभी लोगों के कोरोना टेस्ट किए गए है और श्रद्धालुओं सहित यह उत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा.
भगवान रघुनाथ के मंदिर में दर्शन को पहुंचे श्रद्धालु का कहना है कि पहली बार ऐसा देखने को मिला है कि दशहरा उत्सव में ढालपुर मैदान सुना पड़ा है और कोरोना के कारण ऐसा हो रहा है, लेकिन भगवान रघुनाथ की रथयात्रा के बाद ढालपुर मैदान में रौनक होगी.
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