कुल्लू: स्वच्छता के लिए कई बार सर्वश्रेष्ठ आंके गया कुल्लू शहर में गंदगी का आलम इस तरह फैला है कि हर जगह कूड़े के ढेर लगे हुए हैं. अब कूड़े को रात के अंधेरे में आग के हवाले कर हालाद को बद से बदतर किया जा रहा है.
शहर में कूड़े की समस्या दिनों दिन गहराती जा रही है. वहीं अब देर रात कूड़े में भी आग लगाने से पर्यावरण को भारी नुकसान पहुंचाया जा रहा है. कुल्लू नगर परिषद के अलावा नगर पंचायत भुंतर के सभी वार्ड में भी यही हाल है.
भुंतर में गंदगी के बड़े-बड़े ढेर लगे हुए हैं, जिससे उठ रही बदबू के कारण स्थानीय लोगों की दिक्कतें बढ़ती जा रही है. नगर परिषद कुल्लू में रात के समय कूड़े के ढेर में आग लगाई जा रही है, जिस कारण सुबह तक शहर में धुआं उठ रहा है. वहीं इस धुएं के कारण बुजुर्गों व बीमार लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
हालांकि नगर परिषद कुल्लू में डोर टू डोर कूड़ा उठाने के लिए टेंडर आमंत्रित किए थे, लेकिन किन्हीं कारणों के चलते उन्हें भी रदद् कर दिया गया है. स्थानीय निवासियों का कहना है कि अब तो कूड़े के चलते उन्हें बीमारी के फैलने का डर सताने लगा है. शहर में कूड़े के ढेर लगे हुए हैं और वहां से लोगों को मुंह में रुमाल ढक कर गुजरना पड़ता है.
वहीं, नगर परिषद कुल्लू के उपाध्यक्ष गोपाल कृष्ण महंत का कहना है कि नगर परिषद जल्द ही इस कूड़े की समस्या के स्थाई समाधान का हल निकाल लेगी. रात के समय कूड़े में जो भी व्यक्ति आग लगाता हुआ पकड़ा गया तो उसके विरूद्ध कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.
बता दें कि कुल्लू को कई बार स्वच्छता के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजा जा चुका है. नगर परिषद कुल्लू में राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के तहत बनाए गए स्वयं सहायता समूहों की एरिया लेवल फेडरेशन ‘अनुसंगी' को भारत सरकार के स्वच्छता एक्सीलेंस अवॉर्ड से सम्मानित किया था. यह अवॉर्ड देशभर में 2017-18 में स्वच्छता में उत्तम काम करने वाली फेडरेशन को आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय की ओर से दिया जा रहा है.
इसके साथ ही कई बार जिला को स्वच्छता में सर्वश्रेष्ठ आंका गया है, लेकिन पिरडी कूड़ां संयंत्र को लेकर उठे विवाद के बाद जिला गंदगी के ढेर में तब्दील होता जा रहा है. हैरानी की बात तो ये है कि शहर के बीचोबीच गंदगी के ढेर लगे हुए है, लेकिन इसकी कोई सुध नहीं ली जा रही है.
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