कुल्लू: जिला कुल्लू की खराहल घाटी में तमाम विरोध के बाद बिजली महादेव रोपवे बनाने की दिशा में प्रशासन ने जहां काम करना शुरू कर दिया है तो वहीं, अब यहां पर वन विभाग के द्वारा इको फ्रेंडली मार्केट बनाने की कवायद भी शुरू कर दी है. बिजली महादेव में इको फ्रेंडली मार्केट बनने से यहां पर अस्थाई तौर पर सजाए गए तंबू अब नजर नहीं आएंगे.
बिजली महादेव में बनेगी इको फ्रेंडली मार्केट: वहीं, इस मार्केट के निर्माण पर डेढ़ करोड़ रुपए की राशि खर्च की जाएगी और खराहल घाटी के लोगों को इसमें प्राथमिकता दी जाएगी, ताकि स्थानीय लोगों को इको फ्रेंडली मार्केट में रोजगार मिल सके. वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार इस इको फ्रेंडली मार्केट में दो दर्जन दुकानों का निर्माण किया जाएगा. इसके लिए वन विभाग के द्वारा खाका भी तैयार कर लिया गया है और अब जल्द ही इस पर विभाग के द्वारा काम करना शुरू कर दिया जाएगा.
22 तंबू दुकानदारों को वन विभाग का नोटिस जारी: बिजली महादेव मंदिर के रास्ते में कई लोगों के द्वारा अस्थाई तंबू लगाकर दुकानें चलाई जा रही हैं. उन लोगों को वन विभाग के द्वारा नोटिस भी जारी किए गए थे. 22 लोगों को नोटिस जारी कर अस्थाई तंबुओं को हटाने के बारे में निर्देश जारी किए गए थे. विभाग ने निर्देश दिए थे कि अगर वो दुकानदार जल्द अपना तंबू नहीं हटाते हैं तो उन पर कारवाई की जाएगी. ऐसे में उन दुकानदारों को भी कार्रवाई का डर है, लेकिन मार्केट का निर्माण न होने से उन्हें अपने बेरोजगार होने का भी डर सता रहा है.
CPS सुंदर ठाकुर से मिले तंबू दुकानदार: वन विभाग से नोटिस मिलने के बाद अस्थाई तंबू में दुकानें लगाने वाले दुकानदारों ने सीपीएस सुंदर ठाकुर के साथ भी मुलाकात कर उन्हें बताया था की अगर दुकानें हटा दी गई तो वे अपने परिवार को कैसे पालेंगे. दुकानदार पृथ्वीराज शर्मा ने बताया कि अगर दुकानें हटा दी गई तो वह बेरोजगार हो जाएंगे. ऐसे में जैसे ही इको फ्रेंडली मार्केट का निर्माण होता है तो खराहल घाटी के लोगों को प्राथमिकता के आधार पर दुकानें दी जानी चाहिए.
दो गुटों में बंटे खराहल घाटी के लोग: गौरतलब है कि वर्तमान में बिजली महादेव क्षेत्र के रास्ते में दोनों तरफ दुकानें तंबू लगा कर चलाई जा रही हैं. इको फ्रेंडली मार्केट में दुकानें एक जगह पर ही शिफ्ट की जाएगी और बिजली महादेव की सुंदरता को बढ़ाया जाएगा. जिससे बिजली महादेव की सुंदरता बनी रहेगी. बिजली महादेव के दर्शन के लिए हर साल हजारों श्रद्धालु यहां आते हैं. बिजली महादेव रोपवे के निर्माण को लेकर घाटी के लोग भी अब दो गुट में बंट गए हैं. कुछ लोग बिजली महादेव रोपवे का विरोध कर रहे हैं तो वहीं, कुछ लोग रोपवे को घाटी के विकास में सहायक मान रहे हैं.
जल्द शुरू होगा इको फ्रेंडली मार्केट का निर्माण: इस बारे में वन विभाग के डीएफओ एंजल चौहान का कहना है कि धार्मिक स्थल बिजली महादेव में अब इको फ्रेंडली मार्केट का निर्माण किया जा रहा रहा है. दुकानें किस जगह पर लगाई जाएंगी, इसको लेकर अब अंतिम निर्णय लिया जाएगा और जल्द यहां पर इको फ्रेंडली मार्केट का निर्माण शुरू कर किया जाएगा.
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