कुल्लू: अगर आप हिमाचल में रहते हो या फिर यहां की खूबसूरती का दीदार करने आने का मन हो तो एक बात का ध्यान जरूर रखना. यहां पर वाहनों को सावधानी पूर्वक चलाना नहीं तो इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आईटीएमएस) का बखूबी इस्तेमाल करने वाली हिमाचल पुलिस आपका चालान काटने में कोई चूक नहीं करेगी.
इस साल 50 करोड़ का टारगेट तय: इस साल सरकार का खजाना भरने के लिए टारगेट 50 करोड़ का फिक्स कर दिया गया है. यह बात डीजीपी संजय कुंडू ने बुधवार को कुल्लू में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कही. उन्होंने बताया कि 2020-21 में हिमाचल पुलिस ने 25 करोड़ रुपये का फाइन कलेक्ट किया था जो 2021-22 में बढ़कर 36 करोड़ हो गया था. डीजीपी संजय कुंडू के मुताबिक इस साल 50 करोड़ रुपये फाइन वसूलन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.
ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार- डीजीपी ने कहा कि ट्रैफिक पुलिस का मुख्य उद्देश्य डॉक्यूमेंट चेकिंग और रोड सेफ्टी है. हमने रोड सेफ्टी को चुना है और हमने इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आईटीएमएस) इंट्रोड्यूस किया है. हम इस मामले में देश में नंबर वन हैं, 42 स्थानों पर ITMS लग गए हैं और कुल 150 लगने हैं. जिनकी मदद से ट्रैफिक संचालन में मदद मिलती है. इसकी मदद से फाइन लगता है और सीधे मोबाइल पर आता है, जहां से आप इसका पेमेंट कर सकते हैं. जो सीधे सरकार के खजाने में पहुंचता है. इस तरह ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार हो रहा है क्योंकि इस तरह से चालान होने से ट्रैफिक डिसिपिलिन बढ़ रहा है और लोग नियमों का पालन कर रहे हैं. जिससे सड़क पर चलने वाले हर शख्स को सहूलियत होती है.
कुल्लू व लाहौल को मिलेगी एक्स्ट्रा ट्रैफिक टास्क फोर्स: डीपीजी ने कहा कि कुल्लू व लाहौल स्पीति पर्यटन का हब बन चुके और फोरलेन बनने के बाद यहां ट्रैफिक और बढ़ जाएगा. उन्होंने कहा कि रोहतांग टनल बनने के बाद लाहौल में भी ट्रैफिक व पर्यटक बढ़े हैं. एक वर्ष में लाहौल घाटी में 12 लाख 74 हजार पर्यटक आए हैं और अगले वर्ष यह संख्या बढ़कर 30 लाख तक हो सकती है. ट्रैफिक को सुचारू रखने के लिए कुल्लू और लाहौल को एक्स्ट्रा ट्रैफिक टास्क फोर्स भेजने का निर्णय लिया गया है.
मनाली -चंडीगढ़ फोरलेन बनकर तैयार: डीजीपी संजय कुंडू ने कहा कि अभी हिमाचल में 42 आईटीएमएस है ,जबकि बढ़ाकर 150 किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि हम इस मामले में देश भर में नंबर वन है. उन्होंने कहा कि मनाली -चंडीगढ़ फोरलेन सड़क मार्ग बनकर लगभग तैयार है और अब गड़ा मोड़ा से मनाली का सफर मात्र 3 घंटे का रह गया है. सुंदरनगर, मंडी बाईपास बनने व मंडी की एक टनल बनने के बाद यह सफर और भी कम होगा. ऐसे में यहां पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी और ट्रैफिक भी संभवता बढ़ेगा.
बिलासपुर से मनाली तक 3 ट्रैफिक-टूरिस्ट पुलिस स्टेशन: डीजीपी संजय कुंडू ने कहा हिमाचल प्रदेश सरकार चाहती है कि हमारा ट्रैफिक सिस्टम सही हो और फोरलेन पर दुर्घटनाएं कम हो. इसलिए बिलासपुर से लेकर मनाली तक तीन ट्रैफिक-टूरिस्ट पुलिस स्टेशनों का निर्माण किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि यह ट्रैफिक-टूरिस्ट पुलिस जहां यातायात को सुचारू बनाएगा. वहीं ,पर्यटकों को भी हर संभव मदद मिलेगी.
दुर्घटनाओं में आएगी कमी: उन्होंने कहा कि कुल्लू से मंडी के बीच में अधिक दुर्घटनाएं इसलिए होती थी कि गाड़ियां सीधी खाई में गिर जाती थी, लेकिन अब टनलों व क्रैश बैरियर के बनने से यह दुर्घटनाएं कम होंगी. पुलिस ने गड़ा मोड़ा से मनाली तक सड़क का निरीक्षण किया और जहां जो कमी है उसके बारे एनएचएआई को लिखा गया है. उन्होंने कहा कि फोरलेन व टनलों को आधुनिक सुविधाओं से लैस किया गया है, जिसमें पीटीजेड कैमरा, ओवर हेड ड्राइव फीडबैक सिस्टम,, ऑटोमेटिक ट्रैफिक काउंटर, वैरिएबल मैसेज साइन, मेट डिवाइस, रडार स्पीड डिस्प्ले आदि शामिल है.
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