कुल्लू: जिला कुल्लू के मुख्यालय सरवरी का बहुचर्चित भूतनाथ पुल अब भूत से मुक्त होगा. यह बात सीपीएस सुंदर सिंह ठाकुर ने कही है. दरअसल सीपीएस सुंदर सिंह ठाकुर ने बुधवार को चार वर्षों से बंद पड़े भूतनाथ पुल का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि 31 मार्च से पहले भूतनाथ पुल वाहनों की आवाजाही के लिए बहाल किया जाएगा. उन्होंने कहा कि कल से ही इसका कार्य शुरू होगा और दो माह की अवधि में पुल पूरी तरह से यातायात के लिए शुरू कर दिया जाएगा.
कोताही बरतने पर कंपनी पर होगा एक्शन- सीपीएस सुंदर सिंह ठाकुर ने कहा कि अगर सबंधित कंपनियां कार्य में कोताही बरतती है तो उन पर एक्शन होगा. उन्होंने कि मुख्यमंत्री सुक्खू ने स्पष्ट कहा है कि किसी भी कार्य में लेटलतीफी व कोताही सहन नहीं होगी. गौर रहे कि यह ब्रिज वर्ष 2018 दिसंबर से लेकर यातायात के लिए बंद पड़ा है. जिसे पूर्व की भाजपा सरकार चार सालों में ठीक नहीं कर पाई है. भूतनाथ ब्रिज चार साल पहले झुक गया था और इसमें दरारें पड़ी है.
चार सालों से वाहनों की आवाजाही बंद- विपक्ष में रहते सुंदर ठाकुर ने इस मुद्दे को खूब उछाला और इसकी अंतिम यात्रा निकालकर अर्थी भी जलाई थी. अब सरकार के सत्ता में आते ही सुंदर सिंह ठाकुर ने इस पुल को शुरू करने का निर्णय लिया है. हालांकि इस ब्रिज को ठीक करने के लिए ग्लोबल लेवल की कंपनी को पौने 3 करोड़ का टेंडर दिया गया था, लेकिन यह कंपनी अभी तक ब्रिज को ठीक नहीं कर पाई. जिस कारण पुल अभी भी वाहनों की आवाजाही के लिए बंद है.
फिर से भूतनाथ पुल बहाल होने की उम्मीद- इस पुल का निर्माण कार्य वर्ष 2005-06 में शुरू हुआ था और उसके बाद वर्ष 2013 को इसका निर्माण कार्य पूरा हुआ. 10 करोड़ रुपए व्यय करने के बाद निर्माण के ठीक पांच साल बाद वर्ष 2018 में इस ब्रिज में दरारें आ गईं. जनबरी 2018 को इस ब्रिज को वाहनों की आवाजाही के लिए असुरक्षित घोषित कर दिया गया. तब से लेकर अब तक पुल बंद पड़ा है. जिस कारण कुल्लू शहर की यातायात व्यवस्था पूरी तरह से चरमराई हुई हैं. बताया जा रहा है कि फ्रेसिनेट मैनार्ड नाम की ग्लोबल कंपनी ने इस ब्रिज को आधुनिक तकनिक से ठीक करने का दावा किया था, लेकिन इनकी सारी तकनीकें भी फेल हो गई. लिहाजा अब नई सरकार आने पर पुल के बहाल होने की उम्मीदें जग गई हैं.
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