कुल्लू: जिला कुल्लू में ब्रायलर फार्मिंग को बढ़ावा देने के लिए पशुपालन विभाग ने 600 ब्रायलर योजना शुरू की है. जिसमें किसानों को करीब 30 हजार ब्रायलर मुर्गी के चूजों को वितरित किया जाएगा. योजना के तहत चार चरणों में करीब दो-दो माह के अंतराल में किसानों को डेढ़-डेढ़ सौ चूजे दिए जाएंगे.
रोजगार के बेहतर विकल्प स्थापित करना है लक्ष्य
विभाग ने किसानों की आर्थिकी सुदृढ़ और जिला में रोजगार के बेहतर विकल्प स्थापित करने के लक्ष्य से योजना को आरंभ किया है. जिस पर पशुपालन विभाग करीब 56 लाख 25 हजार रूपये खर्च करेगा.
ब्रायलर मुर्गियों की किस्म में मांस की मात्रा अधिक होती है. मात्र 40 दिनों में ही ये मुर्गियां सवा दो किलो की हो जाती हैं. जिसके चलते पशुपालन विभाग ने कुल्लू के बेरोजगारों को रोजगार दिलाने के लक्ष्य से 600 ब्रायलर योजना में 50 किसानों को चयनित किया है.
योजना के तहत प्रथम चरण में बंजार के आठ, आनी और निरमंड के 12, मनाली के तीन और कुल्लू के 27 किसानों को डेढ़-डेढ़ सौ ब्रायलर मुर्गी के चुजे वितरित किए गए. इसके अलावा इन किसानों को दो माह के लिए 5.25 क्विंटल फीड भी मुहैया करवाई गई.
600 ब्रायलर योजना
पशुपालन विभाग के उप निदेशक डॉ. संजीव नड्डा ने कहा कि जिला में रोजगार के विकल्प विकसित करने के लक्ष्य से विभाग ने केंद्र सरकार की मदद से 600 ब्रायलर योजना शुरू की है.
जिसमें एक किसान को दो-दो माह के अंतराल में 600 ब्रायलर मुर्गी के चूजे दिए जाएंगे. उन्होंने कहा कि ब्रायलर मुर्गी में उर्जा व प्रोटीन की मात्रा बहुत अधिक होती है. इनमें मांस बहुत तेजी से बढ़ता है और यह योजना किसानों की आय बढ़ाने में कारगर साबित होगी.
गौर रहे कि इस योजना से किसानों को अपनी आर्थिकी मजबूत करने में मदद मिलेगी. वहीं, बेरोजगार युवाओं के लिए भी रोजगार के नए द्वार खुलेंगे.
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