कुल्लू: हिमाचल प्रदेश के जिला कुल्लू में 14 अप्रैल वैशाख मास की संक्रांति को देवों के देव बिजली महादेव अपने 4 माह के प्रवास के दौरान वापस धरती पर लौट आए हैं. वहीं, जिया विरशु मेले का भी भगवान बिजली महादेव के पहुंचने पर शुभारंभ हो गया है. जिया गांव में बिजली महादेव के आने पर यहां मेला शुरू हो गया है. देवता बिजली महादेव बड़े-बड़े रस्सों के साथ पहाड़ी से नीचे उतरे और जिया गांव में पुरानी परंपरा के अनुसार बच्चों और भगवान महादेव के बीच लुकाछिपी का खेल हुआ.
बच्चों के साथ देवता ने खेला लुकाछिपी का खेल: शाम के समय बिजली महादेव के आने से पहले ही गांव के बच्चे लकड़ी की तलवार लेकर गुप्त स्थानों में छुप गए. वहीं, भगवान बिजली महादेव ने सभी बच्चों को अपने दिव्य दृष्टि से ढूंढ निकाला. गांव में जहां-जहां पर छोटे बच्चे छिपे हुए होते हैं, तो उस स्थान की ओर बिजली महादेव का रथ रुख करता है और बच्चों को ढूंढा जाता है. वहीं बिजली महादेव के आगमन से यहां 3 दिनों तक मेला मनाया जाएगा और सभी घरों में मेहमानों की आवभगत की जाएगी. इसके अलावा जिला कुल्लू के हर कोने से लोग जिया मेला देखने के लिए भी पहुंचेंगे और भगवान बिजली महादेव का भी आशीर्वाद प्राप्त करेंगे.
जिया गांव में बने शिव मंदिर में विराजेंगे देवता: शुक्रवार को पहले देवता बिजली महादेव ने भरेन गांव में विश्राम किया और स्थानीय लोगों को भी अपना आशीर्वाद प्रदान किया. वहीं, भरेन और जिया गांव के लोगों ने मिलकर बिजली महादेव को खड़ी पहाड़ी से नीचे उतारा और देवता अपने सैकड़ों भक्तों के साथ जिया गांव पहुंच गए हैं. जिया गांव में 16 अप्रैल तक मेला होगा और बिजली महादेव गांव में बने शिव मंदिर में विराजमान होंगे. वहीं से वह अपने भक्तों को आशीर्वाद देंगे. इसके अलावा यहां पर देवता के समक्ष देव नृत्य की परंपरा को पूरा किया जाएगा और श्रद्धालुओं की समस्याओं का समाधान भी बिजली महादेव के द्वारा किया जाएगा.
'बिजली महादेव में लोगों की गहरी आस्था': देवता के श्रद्धालु देवराज, सुरेश शर्मा, लोकेंद्र सिंह, राकेश जम्वाल का कहना है कि हर साल वैशाख मास की संक्रांति के अवसर पर देवता खड़ी पहाड़ी से नीचे उतर कर जिया गांव पहुंचते हैं. जहां पर ग्रामीणों द्वारा उनका भव्यता के साथ जोरदार स्वागत किया जाता है. देवता आज भी अपने पुराने रास्ते से ही जिया गांव पहुंचते हैं और भगवान बिजली महादेव के प्रति लोगों की गहरी श्रद्धा-आस्था है.
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