मनाली: जिला कुल्लू की पर्यटन नगरी मनाली में मार्च से लेकर जून महीने के अंत तक सन्नाटा पसरा हुआ था, लेकिन अनलॉक में अब सब्जी मंडियों की रौनक लौट आई है. घाटी के बागवान अपने बगीचों में तैयार सेब, नाशपाती और प्लम की फसलों को सब्जी मंडियों में पंहुचा रहे हैं.
घाटी में इस बार बेशक नाशपाती और प्लम की पैदावर कम हुई है, लेकिन बागवानों को उनकी फसलों के अच्छे दाम मिल रहे हैं. जिससे घाटी के बागवानों के चेहरे खिले हुए हैं. बात अगर नाशपाती के दामों की बात करे तो मनाली के पतलीकूहल सब्जी मंडी में नाशपाती 80 रूपये से लेकर 120 रूपये प्रति किलों के हिसाब से बिक रही है. इसके अलावा प्लम 60 रूपये से लेकर 105 रूपये तक बिका रहा है. वहीं, बागवानों को सेब की अर्ली वैरायटी के भी अच्छे दाम मिल रहे हैं.
व्यापारियों ने बताया कि इस बार घाटी में फसलों की पैदावार कम हुई है, लेकिन बागवानों को उनकी फसलों के अच्छे दाम मिल रहे हैं. जिससे उनके चेहरों पर भी खुशी है. सब्जी मंडियों में मौजूद आढ़तियों का कहना है कि कोरोना वायरस से बचने के लिए पुख्ता कदम उठाए जा रहें हैं. उन्होने बताया कि वह अपने खर्चे पर कोरोना वायरस से बचने के उपाय कर रहें हैं. वहीं, जो भी व्यापारी और मजदूर बाहर से आ रहे हैं, उन्हें पहले क्वारंटाइन किया जा रहा है.
गौरतलब है कि कोरोना वायरस के चलते इस साल बागवानों को फसल ना बिकने की चिंता सता रही थी, लेकिन कोविड संकट काल में भी उन्हें सेब और अन्य फलों के अच्छे दाम मिल रहे हैं, हालांकि सेब सीजन अभी शुरू ही हुआ है. आने वाले दिनों में प्रदेश भर की सब्जी मंडियों में सेब सीजन के रफ्तार पकड़ने की उम्मीद जताई जा रही है.
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