कुल्लू: देश-दुनिया में कोरोना वायरस ने हड़कंप मचा रखा है. इस वायरस की चपेट में भारत के साथ पड़ोसी देश नेपाल भी आ गया है. ऐसे में एक दर्जन के करीब नेपाली मजदूर जम्मू-कश्मीर से किश्तवाड़ के रास्ते लाहौल-स्पीति पहुंचे हैं. बिना स्वास्थ्य जांच घाटी पहुंचे नेपाली मजदूरों की खबर सुनकर लोगों में दहशत का माहौल है.
बता दें कि लाहौल को जोड़ने वाला रोहतांग दर्रा अभी यातायात के लिए बहाल नहीं है. लाहौल में कामकाज के लिए नेपाल के मजदूरों ने वाया किश्तवाड़ होकर लाहौल आना शुरू किया है. नेपालियों को लाने वाले टैक्सी ऑपरेटर ने इसकी जानकारी न तो जिला पुलिस को दी और न ही स्वास्थ्य विभाग को सूचना दी है.
पुलिस अधीक्षक लाहौल-स्पीति राजेश धर्मानी ने नेपाली मजदूरों के आने की बात कही है. उन्होंने कहा कि पुलिस को जानकारी दिए बिना कोई भी व्यक्ति घाटी में नहीं आ सकता है. संसारी नाला में दो दर्जन से अधिक पुलिस जवानों की तैनाती की गई है. कोरोना वायरस को लेकर पुलिस भी लोगों को जागरूक कर रही है और जगह-जगह साइन बोर्ड भी लगाए गए हैं.
मामले को लेकर सीएमओ केलांग डॉ. पलजोर बोध ने कहा कि वाया किश्तवाड़ होकर आए चार नेपालियों की स्वास्थ्य विभाग ने जांच की है. ये सभी स्वस्थ हैं. उल्लेखनीय है कि लाहौल में कृषि संबंधी कामकाज के लिए हर साल हजारों की संख्या में नेपाली मजदूर लाहौल पहुंचते हैं. इनमें कई नेपाली मजदूरों ने जमीन को लीज पर ले रखा है, जो आधी कमाई जमीन मालिक को देते हैं.
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