कुल्लू: जिला कुल्लू में बीते दिनों भारी बारिश और बाढ़ के चलते जहां करोड़ों रुपये की संपत्ति बह गई तो वहीं, कई लोगों के मकान और भूमि भी इससे प्रभावित हुई है. ऐसे में मणिकर्ण घाटी में भी सैकड़ों ऐसे लोग हैं जो बाढ़ इतने दिनों के बाद भी प्रशासन की राह ताक रहे हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से अभी तक मणिकर्ण घाटी के ग्रामीण इलाकों तक कोई नहीं पहुंच पाया है. यह बात ढालपुर में आम आदमी पार्टी के नेता शेरा नेगी ने कही.
आम आदमी पार्टी के नेता शेरा नेगी ने कहा कि मणिकर्ण घाटी में प्रदेश सरकार के द्वारा जो राहत कार्य चलाए जा रहे हैं वह काफी धीमे हैं. इसके अलावा प्रभावितों को राहत राशि बांटी जा रही है उसमें भी बंदरबांट हो रही है, क्योंकि जो सच में बाढ़ से प्रभावित हुए हैं उन तक तो प्रशासन की टीम अभी तक पहुंची नहीं पाई है. ऐसे में राहत राशि के कार्य में भी प्रदेश सरकार को पारदर्शिता लानी चाहिए.
आम आदमी पार्टी के नेता शेरा नेगी ने कहा कि घाटी के कई इलाकों में बिजली और पीने के पानी की कोई व्यवस्था नहीं है. पीने के पानी की व्यवस्था ग्रामीण खुद अपने स्तर पर कर रहे हैं. बरसात के मौसम में गंदे पानी के चलते लोगों के बीच बीमारी फैलने का भी खतरा बना हुआ है, लेकिन कांग्रेस सरकार के नेता सिर्फ फोटो खींचने तक में ही व्यस्त हैं. शेरा नेगी ने कहा कि मणिकर्ण घाटी अभी तक सड़क मार्ग से नहीं जुट पाई है, जबकि यहां पर पर्यटकों को स्थानीय लोगों ने अपने स्तर पर रेस्क्यू किया है.
शेरा नेगी ने कहा कि इसके अलावा मणिकर्ण से पर्यटक पैदल भुंतर तक पहुंच रहे हैं और उसके बाद में वाहनों के माध्यम से अपने अपने घरों की ओर रवाना हो रहे हैं. जिसे घाटी का पर्यटन कारोबार भी खासा प्रभावित हुआ है. ऐसे में घाटी के पर्यटन व स्थानीय लोगों की समस्या को ध्यान में रखते हुए सरकार को राहत कार्य में तेजी लानी चाहिए.
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