किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर के मूरंग तहसील के तहत रिस्पा गांव के चेरंग खड्ड में बाढ़ आने से लोगों के सेब के बगीचे व सरकारी संपत्ति को भारी नुकसान हुआ है. इस दौरान सतलुज के ऊपरी तरफ बने अस्थायी पुल को भी बाढ़ ने अपनी चपेट में ले लिया. जिसके बाद ऊपरी किन्नौर व स्पीति की ओर बड़े वाहनों की आवाजाही पूरी तरह ठप पड़ी हुई है.
इस बारे में डीसी किन्नौर गोपालचन्द ने कहा कि पिछले दिनों रिस्पा खड्ड में बाढ़ के चलते निजी समेत सरकारी संपत्ति को भारी नुकसान हुआ है. रिस्पा के पीने के पानी का मुख्य स्त्रोत भी टूट चुका है. जिसे ठीक करने के लिए जल शक्ति विभाग को निर्देश दिए गए हैं.
साथ ही इस बाढ़ के दौरान रिस्पा व आकपा के मध्य सतलुज के ऊपर अस्थायी पुल भी बह गया है. ऐसे में आकपा के पास पिछले साल बने बीआरओ के निर्माणाधीन पुल को शुरू करने के लिये सरकार के आदेश का इंतजार है. जैसे ही आदेश मिल जाते हैं, इस पुल से वाहनों को चलाया जाएगा यदि आदेश आने में समय लग जाता है, तो सतलुज के ऊपर अस्थायी पुल का निर्माण किया जाएगा ताकि सेब सीजन में लोगों को समस्या न हो.
बता दें कि पिछले दिनों रिस्पा में बाढ़ आने से सतलुज पर बना अस्थाई पुल बह गया है, जिसके चलते किन्नौर के 24 पंचायतों के सेब के सीजन पर प्रभाव पड़ सकता है. साथ ही स्पीति के लोगों को भी मटर सीजन व दूसरे कार्यों से रामपुर, शिमला की ओर जाने में असुविधा हो रही है.
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