किन्नौर: प्रदेश के जनजातीय जिला किन्नौर में नेशनल हाइवे 5 की हालत बेहद खस्ताहाल है. जिसके चलते स्थानीय लोगों और पर्यटकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. किन्नौर के वांगतू से लेकर पोवारी तक सड़कों पर गड्ढे होने के कारण छोटे वाहन जगह-जगह फंस जाते हैं.
इलाके के ग्रामीणों का कहना है कि जहां भी परियोजना निर्माणाधीन कम्पनी अपना काम कर रही है, उसके आसपास सड़को की हालत ज्यादा खराब है. एनएच विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए ग्रामीणों ने बताया कि सड़क से सारी मेटलिंग उखड़ चुकी है और पक्की सड़क करने के बावजूद फिर से सड़क कच्ची जैसी हो गई है.
बता दें कि पिछले साल भी नेशनल हाइवे-5 पर एनएच विभाग द्वारा सड़कों की मेटलिंग की गई थी. सड़क की मेटलिंग हुए छह महीने भी नहीं हुए कि सारी मेटलिंग उखड़ गई है. स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्होंने सड़कों की बदत्तर हालत पर नेशनल हाइवे विभाग की कार्यप्रणाली को लेकर प्रशासन से शिकायत की थी, लेकिन अभी तक उनकी ओर से भी मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई है.
पढ़ें- VIDEO: बाल बाल बचा ट्रैफिक पुलिस कर्मी, स्कूटी सवार महिला ने मारी टक्कर
ग्रामीणों का कहना है कि नेशनल हाइवे में जगह-जगह गड्ढे पड़े हुए हैं और दीवार गिरी हुई है. जिसके चलते कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है. सड़कों की इस दुर्दशा के चलते लोगों को रामपुर से शिमला आने-जाने में भी चार घंटे के सफर में करीब छह से सात घंटे लग रहे हैं.
इलाके के लोगों का कहना है कि खराब सड़कों के कारण पर्यटकों ने भी किन्नौर का रुख कम कर दिया है. वहीं, जिला के व्यापारी भी इन सड़कों पर व्यापार के सामान वाहनों में लाने से डर रहे हैं. किन्नौर के टापरी के स्थानीय निवासी आठ मई को सीएम जयराम ठाकुर से मामले की शिकायत करेंगे. बता दें आठ मई को सीएम जयराम किन्नौर के टापरी में जनसभा को संबोधितक करने पहुंचेंगे.
ये भी पढ़ें- LIVE: लोकसभा चुनाव 2019 5वां चरण, जानें हर अपडेट