किन्नौर: प्रदेश कांग्रेस सचिव सत्यजीत नेगी ने मंगलवार को रिकांगपिओ में प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि पिछले चार महीने से प्रदेश के साथ-साथ किन्नौर भी कोरोना महामारी से जूझू रहा है. ऐसे में किसानों व बागवानों को आर्थिक तंगी से गुजरना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी में अब बागवानों व किसानों की नकदी फसलों को मंडी तक पहुंचाने के लिए सरकार को सुयोजित तरीके से योजना बनानी चाहिए.
नेगी ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर स्वयं एक किसान परिवार से हैं और उन्हें प्रदेश के हर बागवान व किसान के बारे में सोचना चाहिए. उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के चलते नकदी फसल सेब, मटर, राजमाह, आलू की फसलों को मंडी तक पहुंचाने के लिए सरकार उचित व्यवस्था करे और उचित दाम दे.
कांग्रेस सचिव ने कहा कि कोरोना वायरस के चलते लोगो को आर्थिक रूप से काफी नुकसान हुआ है. नकदी फसलों के कीटनाशक छिड़काव व मजदूरों की मजदूरी भी काफी मंहगे है और मंडी तक नकदी फसलों को पहुंचाने के लिए किराया भी काफी अधिक हो गया है. ऐसे में सरकार को इन सभी समस्याओं की ओर ध्यान देते हुए नकदी फसलों को मंडी तक कम किराया व सही दाम देना चाहिए, जिससे कोरोना महामारी के दौरान हुए नुकसान की भरपाई हो सके.
बता दें कि जिला किन्नौर के ऊपरी क्षेत्रों में अब मटर की फसल तैयार हो चुकी है और अब लोग मटर की फसल को मंडी तक ले जा रहे हैं, लेकिन मंडी तक मटर की फसल को पहुंचाने के लिए वाहनों का किराया काफी अधिक है और मटर के दाम अच्छे नहीं है.