किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर में लंबे समय से कोरोना महामारी के दौरान जिला प्रशासन ने तीनों खंडों में अपनी बेहतर सेवाए दी हैं. इस दौरान जिला प्रशासन ने 65 पंचायतों में लोगों को हजारों फेस मास्क, सेनिटाइजर व दूसरी चीजें मुहैया करवाई हैं.
वहीं, जिला में बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों को क्वारंटाइन की बेहतर सुविधाएं भी दी हैं. जिसको देखते हुए सांगला पंचायत के प्रधान ने डीसी किन्नौर गोपाल चंद को पहाड़ों में मिलने वाले फूलों से सम्मानित किया है.
जिला प्रशासन ने पूरे जिले में करीब 10 हजार से अधिक मजदूरों को उनके रहन सहन के साथ खाने पीने का प्रबंध किया है. इसके अलावा जिला में फंसे प्रवासी मजदूरों को उनके घर तक जाने के लिए मुफ्त बस सेवा देकर घर तक पहुंचाया है साथ ही जिला के दुर्घम क्षेत्रों में राशन और रोजमर्रा की वस्तुएं उपलब्ध करवाई हैं.
जिसको देखते हुए सांगला पंचायत के प्रधान सचिन नेगी ने डीसी किन्नौर को पहाड़ों में मिलने वाले डोंगर व विदेशी फूलों का गुलदस्ता देकर उन्हें सम्मानित किया और प्रशासन की बेहतर सेवाओं के लिए उनका आभार भी प्रकट किया है.
बता दें कि कोरोना महामारी का मामला सबसे पहले जिला के सांगला घाटी के एक ही परिवार में तीन लोग आए थे. ऐसे में जिला प्रशासन ने उन तीनों लोगो को रिकांगपिओ कोविड डेडिकेटेड सेंटर पर उपचार कर उन्हें 14 दिनों बाद ठीक होने के बाद घर भेजा था.
जिसके चलते सांगला पंचायत ने जिला प्रशासन को समय-समय पर सम्मानित किया है और इसके अलावा भी प्रशासन अब तक लगातार कोविड के जंग में अपनी सहभागिता निभा रहा है.