किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर के रिकांगपिओ एबीवीपी इकाई द्वारा आज रिकांगपिओ बचत भवन में बिरसा मुंडा की जयंती को जिला स्तरीय समारोह के रूप में मनाया. जिसके मुख्यातिथि प्रदेश वन निगम उपाध्यक्ष सूरत नेगी बतौर मौजद रहे साथ ही उनके साथ टीएसी सदस्य शांता नेगी भी इस कार्यक्रम के विशेष आमंत्रित अतिथि के रूप में शामिल रहे.
कार्यक्रम की शुरुआत मुख्यातिथि द्वारा द्वीप प्रज्वलित कर शुरू किया गया. जिसके बाद कार्यक्रम में रिकांगपिओ एबीवीपी के छात्र छात्राओं द्वारा सास्कृति कार्यक्रम के द्वारा सभी का मनोरंजन किया गया.
वहीं, सूरत नेगी ने अपने सम्बोधन में कहा कि जनजातीय क्षेत्र जिला किन्नौर में आज बिरसा मुंडा की जयंती पर पूरे जनजातियों को उनके किये गए उत्कृष्ट कार्यों व कुर्बानियों को नहीं बुलाना चाहिए. बिरसा मुंडा ने झारखंड के जनजातियों के हक की लड़ाई के लिए 25 वर्ष की उम्र में उन्होंने अपनी कुर्बानी दी है.
वहीं, बिरसा मुंडा ने जनजातियों के जमीन हक उनके साथ हो रहे भेदभाव पर लगातार अंग्रेजों से लगातार युद्ध करते रहे और आज उन्हें लोग भगवान के रूप में भी पूजते हैं. नेगी ने कहा कि इसी तरह आज किन्नौर के जनजातीय लोग भी उन्हें अपना आदर्श मानकर आने वाले समय मे जनजातियों के साथ हो रहे भेदभावों को मिटाने की कोशिश करेंगे.
नेगी ने कहा कि जिस तरह से बरसा मुंडा ने झारखंड के जनजातियों के लिए लगातार लड़ाई कर उन्हें हक दिलाया था और अंग्रेजो के हाथों से उन्हें दोखा देकर मारा गया और उनकी इस कुर्बानी जिसे बुलाया नहीं जा सकता.
वैसे ही जिला किन्नौर में भी ठाकुर सेन नेगी द्वारा किन्नौरा जनजातीय को देश व प्रदेसभर में ख्याति प्राप्त करवाई है और और किन्नौर जनजातियों के लिए उन्होंने लगातार अपनी सेवाएं देकर अंत में अपनी जीवन की कहानी को समाप्त की थी. ऐसे में अब अगले वर्ष से किन्नौर में जिला स्तर पर उनकी जयंती भी मनाई जाएगी.