किन्नौर: पुरानी पेंशन बहाली के लिए किन्नौर जिले के सैकड़ों सरकारी कर्मचारी (Kinnaur NPS Employees Association) सरकार के खिलाफ 2 जून को रिकांगपिओ में प्रदर्शन करेंगे. यह बात रिकांगपिओ में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एनपीएस महासंघ के जिला अध्यक्ष विरेंद्र जिंटू ने कही. उन्होंने कहा कि पुरानी पेंशन बहाल करने के लिए जिला स्तरीय सम्मेलन और रैली के आयोजन की तैयारियों को लेकर 15 मई को हमीरपुर में बैठक का आयोजन किया गया था. इस बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि मानसून सत्र के दौरान एनपीएस हिमाचल, (NPS Employees Association in Hiamchal) शिमला में एक विशाल महारैली का आयोजन करेगा, जिसमें एक लाख से अधिक एनपीएस कर्मचारी और उनके परिवारजन भाग लेंगे.
इसके साथ यह भी निर्णय लिया गया कि प्रदेश के सभी बारह जिलों में जिला सम्मेलन और रैली का भी आयोजन किया जाएगा. इसकी शुरुआत 2 जून को जिला किन्नौर से किया जा रहा है. किन्नौर जिलाध्यक्ष वीरेंद्र जिंटू ने कहा कि जिले के विभिन्न विभागों के एनपीएस कर्मचारी और उनके परिजन इस सम्मेलन और रैली में भाग लेंगे. क्योंकि एनपीएस को लेकर सभी कर्मचारियों में रोष और असुरक्षा का माहौल व्याप्त है. एनपीएस से सेवानिवृत्त कर्मचारियों को महज 500 से 1000 रुपये तक पेंशन मिल रहा है, जिसके कारण उनका भविष्य असुरक्षित है.
उन्होंने कहा कि एनपीएस पिछले कई वर्षों से सरकार से एक ही मांग पर अड़ी है कि प्रदेश के लाखों कर्मचारियों के लिए फिर से पुरानी पेंशन बहाल (Demand to restore OPS in himachal) कर दी जाए. अगर सरकार पुरानी पेंशन बहाल नहीं करती है तो लाखों कर्मचारी और उनके परिजन मानसून सत्र में शिमला कूच (protest against Jairam Government) करेंगे. पिछली बार 3 मार्च की रैली में करीब 80,000 एनपीएस कर्मचारियों ने भाग लिया, लेकिन इस बार यह आंकड़ा एक लाख के पार हो जाएगा. और इसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार की होगी.
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