किन्नौर: जिला किन्नौर के उरणी के समीप पहाड़ियों से लगातार दो दिनों से भूस्खलन हो रहा है. ऐसे में अब तक इस भूस्खलन में किसी के जानमाल के नुकसान नहीं हुआ है. उरणी के समीप पहाड़ों से भूसखलन के बाद अब गांव का एक हिस्सा खतरे की जद में आने की कगार पर है और प्रशासन के अधिकारी दो दिनों से इस जगह का दौरा कर लोगों को इस जगह से दूर कर रहे हैं.
बता दें कि उरणी के समीप पहाड़ों से भूस्खलन के चलते जहां राष्ट्रीय उच्च मार्ग-5 अवरुद्ध हुआ है. वहीं, पहाड़ों से अभी भी पत्थरों के गिरने का सिलसिला चला हुआ है. ऐसे में प्रशासन ने लोगों को ध्यानपूर्वक सफर करने का आग्रह किया है. प्रशासन द्वारा राष्ट्रीय उच्च मार्ग-5 को फिलहाल आवाजाही के लिए पूरी तरह बंद किया है और वाया उरणी से वाहनों को सड़क की सुविधा दी गई है, लेकिन इस सड़क पर वाहनों को पासिंग व लोगों को अपने गंत्वयों तक पहुंचने में कई घंटों का समय लगता है. (Landslide in Kinnaur) (Landslide in Urani of Kinnaur) वहीं, इस विषय में कार्यवाहक उपायुक्त सुरेंद्र सिंह राठौर ने कहा कि जब तक पहाड़ों से भूस्खलन रुक नहीं जाता तब तक तक लोगों को भूस्खलन वाले क्षेत्रों मे जाने पर रोक लगाई है और जैसे ही भूस्खलन रुक जाता है उसके बाद ही राष्ट्रीय उच्च मार्ग-5 पर वाहनों की आवाजाही शुरू करने पर प्रशासन निर्णय लेगा.
किन्नौर जिले के उरणी समीप पहाड़ों से इससे पूर्व वर्ष 2013 से लेकर 2020 तक लगातार भूस्खलन हुआ था. जिसके बाद उरणी ढांक के निचली तरफ सड़क पूरी तरह टूट गई थी और वाया किल्बा से इस सड़क मार्ग को खोला गया, लेकिन अब दोबारा से इस जगह के आसपास भूस्खलन शुरू हुआ है. जिसके चलते अब दोबारा से उरणी की पहाड़ियों से गिर रहे पत्थर चट्टान व मलबे से आसपास के क्षेत्र में खतरा बना हुआ है.
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