किन्नौरः जिला किन्नौर की सांगला घाटी पूरे विश्वभर के मानचित्र में पर्यटन के क्षेत्र के लिए जानी जाती है. इसके बाद भी इस क्षेत्र के लोगों को अभी भी यहां की ऊबड़ खाबड़ सड़कों को लेकर परेशानी का सामना करना पड़ता है क्योंकि सड़कों की हालत खस्ता है. पक्की सड़क न होने से पर्यटकों को भी कई परेशानियां आती हैं. जिसके चलते क्षेत्र के पर्यटन पर भी काफी असर पड़ रहा है.
6 पंचायतें पर्यटन के लिए मशहूर
सांगला घाटी के पर्यटन क्षेत्र से संबंध रखने वाले आईएल नेगी का कहना है कि सांगला घाटी के करीब 6 पंचायतें पर्यटन के लिए मशहूर हैं. जिसमे छितकुल,बटसेरी,कामरू,चांसू रकच्छम,थेमगारंग है. इन सभी जगहों में बड़े-बड़े होटल तो हैं, लेकिन उन होटलों तक पर्यटकों को पहुंचने के लिये अच्छी सड़कें नहीं हैं. जहां सड़क हैं वो भी कच्ची हैं. जिसके चलते बहुत सारे पर्यटक आधे रास्तों से वापिस लौट जाते हैं.
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उन्होंने कहा कि वे भी पर्यटन क्षेत्र से जुड़े हैं ऐसे में उन्होंने प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन से सांगला वैली की सड़कों व पर्यटन की दृष्टि से सांगला से गंगोत्री के लिए टनल निर्माण की कई बार मांग की है, क्योंकि सांगला से गंगोत्री के लिए पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं. जिससे क्षेत्र में पर्यटन अच्छे स्तर पर उठ सकता है.
सांगला घाटी को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने की मांग
आईएल नेगी का कहना है कि सरकार यदि सांगला घाटी को पर्यटन की दृष्टि से सही तरीके से सड़क निर्माण,सड़क सुधारीकरण, स्थानीय लोगों के पर्यटन से सम्बंधित मांगों को पूरा करे तो घाटी न केवल पर्यटन के क्षेत्र में विकसित होगी बल्कि स्थानीय लोगों को भी अच्छी आय व घाटी के सैकड़ों युवाओं को रोजगार प्राप्त होगा. ऐसे में उन्होंने सरकार व जिला प्रशासन से सांगला घाटी में पर्यटन क्षेत्र में सुधार करने की मांग की है.
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