किन्नौर: पूरे देश-प्रदेश के साथ जनजातीय जिला किन्नौर में भी पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने से लोगों की जेब ढीली हो रही है. जिला में पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ने से बागवानों और किसानों को भी परेशानी हो सकती है. किन्नौर में बागवान-किसान अपने खेतों में कीटनाशक के छिड़काव आदि मशीनों द्वारा करते हैं, इसमें पेट्रोल-डीजल का प्रयोग होता है. वहीं, वाहन चालकों को भी अब आवाजाही के दौरान महंगाई से परेशानी हो सकती है.
पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने से जनता परेशान
कांग्रेस कमेटी के जिला प्रवक्ता सूर्या बोरस ने कहा कि जिस तरह से पिछले कुछ महीनों से पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ रहे हैं. उससे आम व्यक्ति की जेब पर काफी बोझ पड़ रहा है. दाम आसमान छूने को तैयार है, लेकिन सरकार को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता. आज रसोई गैस भी काफी महंगा हुआ है. करीब एक गैस सिलेंडर 8 सौ रुपये के आसपास है. जिला में पेट्रोल 90.29 रुपये के पार हो चुका है और डीजल 82.04 रुपये हो चुका है, जो बहुत अधिक है.
पेट्रोल पंप पर कम हुई वाहनों की कतारें
सूर्या बोरस ने कहा कि आज हर कोई महंगाई से परेशान हैं. जिला में पेट्रोल-डीजल की महंगाई के चलते इन दिनों पेट्रोल पंप पर वाहनों की कतारें भी कम हो रही हैं.
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