किन्नौर: गलवान घाटी में चीन के साथ विवाद में 20 भारतीय सेनाओं की शहादत के बाद देश भर में चीन के खिलाफ गुस्सा है. चीन के खिलाफ देश के साथ-साथ प्रदेश में भी प्रदर्शन हो रहे हैं, लोग जगह-जगह चीन के सामान का बहिष्कार करने की अपील कर रहे हैं. इसी कड़ी में जिला किन्नौर में सीमा से सटे गांव में लोगों का कहना है कि जरूरत पड़ने पर वे भारतीय सेना की हर मदद के लिए तैयार हैं.
युवाओं ने कहा कि चीन की सीमा किन्नौर के साथ लगती है. पिछले दिनों चीनी सेना ने लद्दाख में घुसपैठ की थी. ऐसे में किन्नौर के साथ लगी सीमा पर भी इस तरह की गतिविधियां होने पर पूरा गांव सेना के साथ कदम से कदम मिलाकर चलेगा. जरूरत पड़ने पर वे बॉर्डर पर जाने से भी नहीं घबराएंगे.
स्थानीय निवासी सुरेंद्र ने कहा कि इससे पहले बॉर्डर पर शांति थी. 1962 के बाद जिला के बॉर्डर पर कोई घटना नहीं हुई थी. ऐसे में लद्दाख में भारत और चीनी सैनिकों के बीच हुई झड़प के बाद सीमा से सटे गांव के लोगों में डर का माहौल है. वहीं, लोग कोई भी स्थिति आने पर भारतीय सेना की मदद के लिए तैयार हैं.
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