किन्नौर: हिमाचल प्रदेश के जिला किन्नौर के निगुलसरी के समीप NH-5 लंबे समय यानि करीब 10 दिनों से बंद था. वजह थी इस जगह पर भयंकर भूस्खलन हुआ था. 10 दिन बाद एनएच बहाल होने से शिमला से किन्नौर और किन्नौर से शिमला की ओर वाहनों की आवाजाही पूरी तरह शुरू होने से लोगों को काफी राहत मिली है.
बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि निगुलसरी के समीप एनएच पांच 7 सितंबर को भूस्खलन के चलते बंद हुआ था. जिसके बाद वाहनों की आवाजाही पूरी तरह ठप हो चुकी थी. ऐसे में इस मुख्य सड़क बहाली के चुनौती को पूरा करने में NH-5 प्राधिकरण, पीडबल्यूडी विभाग, सेना, पटेल कम्पनी, शोरंग प्रोजेक्ट, पुलिस, होमगार्ड, स्वास्थ्य विभाग, निचार खंड के विभिन्न पंचायत प्रतिनिधि व खासकर ठेकेदार हितेश नेगी राजेंद्र नेगी, जीता नेगी ने रोजाना 20 घंटे अपनी सेवाएं दी हैं और अपनी मशीन व बड़े-बड़े डंपर निःशुल्क रूप से मौके पर सड़क बहाली हेतू लगाया था. जिसके चलते 10 दिनों बाद 11वें दिन NH-5 बहाल हुआ है.
बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि फिलहाल NH-5 बहाली के बाद अब नियमों के अनुसार वाहनों को अपने गंतव्यों तक भेजने के लिए पुलिस को ट्रैफिक की देखरेख करने के निर्देश भी दिए हैं, ताकि ब्लॉक पॉइंट पर भगदड़ ना मचे. उन्होंने कहा कि निगुलसरी समीप NH-5 दोबारा कभी बंद हो सकता है तो इस दृष्टि से कंबा सड़क सम्पर्क मार्ग से होते हुए दूसरी ओर सुरक्षित सड़क बनाने के लिए सर्वे किया गया है और जल्द ही उसका कार्य भी शुरू किया जाएगा, ताकि आम जनमानस को परेशानी ना हो.
बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि निगुलसरी के समीप बंद NH-5 को बहाल करने मे सबसे बड़ा सहयोग ठेकेदार हितेश नेगी जिनके दर्जनों डम्पर समेत मशीनरियां मौके पर लगी थी व ठेकेदार राजेंद्र नेगी व जीता नेगी जिनके मजदूर मशीनें ऑपरेटर दिन रात काम कर रहे थे और इस बीच एक ऑपरेटर को पत्थर गिरने से चोटें भी आई थी. ऐसे सभी लोगों का मुख्य सहयोग रहा. जिसके चलते NH-5 बहाल हुआ है और अब बागवानों व किसानों को अपने सेब व मटर की फसल को मंडी पहुंचाने में दिक्कतें नहीं होंगी.
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