किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर के विधायक जगत सिंह नेगी ने प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि एक तरफ प्रदेश सरकार ने लॉक डाउन किया है. दूसरी ओर किन्नौर बीजेपी के नेता किन्नौर प्रवेश द्वार से लॉक डाउन के बाद भी नेपाली मजदूरों को बिना किसी स्वास्थ्य जांच के अपने गांव ले जा रहे हैं. इस पर किन्नौर विधायक ने जिला प्रशासन व पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए हैं.
विधायक जगत सिंह नेगी ने कहा कि जब किन्नौर प्रवेश द्वार पर बाहरी राज्यों के लोगों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, तो फिर बीजेपी नेताओं पर कानून लागू क्यों नहीं किया गया है. जगत सिंह नेगी ने पुलिस प्रशासन की लापरवाही पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि जब प्रदेश सरकार ने कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए बाहरी राज्य और देशों से आए लोगों पर पाबंदी की है, तो बीजेपी नेता ने पुलिस के सामने से 18 मजदूरों को किन्नौर में प्रवेश कैसे करवाया. इसका जवाब प्रशासन को देना होगा.
जगत सिंह नेगी ने कहा कि किल्बा गांव के उक्त बीजेपी नेता पर कड़ी कार्रवाई भी होनी चाहिए. इस तरह की लापरवाही देश हित में नहीं है. नेपाल से लाए गए सभी मजदूरों का इस वायरस से संक्रमित होने का अभी तक पता नहीं है. इसलिए उनके स्वास्थ्य की जल्द से जांच भी होनी चाहिए.
किन्नौर विधायक ने कहा कि नेपाल में कई चीन के लोग अपने कंपनियों में काम के दौरान आते जाते रहते हैं. ऐसे में इस वायरस के आने की संभावना बनी रहती है. साथ ही किल्बा गांव में उक्त मजदूर किसी के घरों में काम कर रहे हों, तो उन लोगों के स्वास्थ्य की भी जांच होनी चाहिए.
ये भी पढ़ें: घबराएं नहीं, एहतियात बरतें, लॉकडाउन में जनता को मिलेंगी जरूरी सुविधाएं: सीएम जयराम