किन्नौर: हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के बाद अब लैंडस्लाइड का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है. वहीं, किन्नौर के निगुलसारी में एक बार फिर से एनएच 5 पर भारी लैंडस्लाइड हुआ है. जिसकी वजह से हाईवे को करीब 200 मीटर हिस्सा पूरी तरह से धंस चुका है. लैंडस्लाइड होने से सड़क की दोनों ओर सेब और मटर से लदे ट्रक और पिकअप सहित कई गाड़ियां फंस गई है. वहीं, भारी लैंडस्लाइड को देखते हुए इस रूट के दो से तीन दिनों तक खुलने के आसार नहीं लग रहे हैं.
किन्नौर जिला के निगुलसारी में लगातार दो दिनों से भूसखलन हो रहा है. जिसके चलते NH 5 पर 7 सितंबर से ही गाड़ी ड्राइवरों को आवाजाही में परेशानियों का सामना करना पड़ा रहा है. बीती देर रात एक बार फिर से एनएच 5 पर करीब 200 मीटर ऊपर से पहाड़ का हिस्सा टूटकर हाईवे पर आ गिरा जिसके. चलते हाईवे पूरी तरह से बंद हो गया. लैंडस्लाइड इतना ज्यादा है कि करीब दो से तीन दिनों तक सड़क बहाल होने के आसार नहीं दिख रहे हैं. रोड बंद होने से किन्नौर का संपर्क देश-दुनिया से कट गया है.
प्रशासन ने 7 सितंबर को ही एक निर्देश जारी कर एनएच 5 पर सफर को रोक दिया गया था. निगुलसारी के पास सड़क की दोनों ओर सैकड़ों गाड़ियां फंसी हुई है. खासकर किन्नौर से शिमला जाने वाले सेब से लदे ट्रक यहां फंस हुए हैं. अगर समय से सड़क नहीं खुला तो बागवानों की फसल खराब होने की आशंका है. प्रशासन ने बड़ी-बड़ी मशीनों को रोड खोलने के लिए भेजा है, लेकिन पहाड़ों से अभी भी पत्थर गिरने का सिलसिला जारी है. जिसकी वजह से मजदूरों और मशीन ऑपरेटरों को काम करने में परेशानी आ रही है.
वहीं, वहीं निगुलसारी में हुए भूस्खलन का बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने दौरा कर मौके का जायजा लिया. प्रशासन ने फिलहाल यहां पैदल चलने पर भी रोक लगाई है. ताकि किसी तरह की जानमाल का नुकसान न हो. इस लैंडस्लाइड में निगुलसारी के बागवानों के सेब बगीचे और घासनी भी बह गए. ऊपरी तरफ कच्ची पहाड़ी के अभी भी पत्थर गिरने का खतरा बना हुआ है.