किन्नौर: पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष व विधायक किन्नौर जगत सिंह नेगी ने रिकांगपिओ में प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि एक तरफ पूरा प्रदेश कोरोना महामारी से झूझ रहा है, वहीं दूसरी ओर सरकार अपने फैसलों को आए दिन बदल रही है. यह सभी फैसले जनता के हित मे नहीं दिख रहे हैं. उन्होंने कहा कि पिछले दिनों सरकार ने बसों में शत-प्रतिशत यात्रियों को बैठाने के नियम लागू किए हैं, जो सरासर गलत है और इससे अब प्रदेश में कोरोना संक्रमण के फैलने का अधिक खतरा बना हुआ है.
जगत सिंह ने कहा कि सरकार कोरोना मुक्त प्रदेश बनाने की बात कर रही है और बसों में शत-प्रतिशत सवारियों के साथ बसें चलाने के निर्देश दे रही है, जिससे अब कोरोना संक्रमण के फैलने की पूरी संभावना बनी हुई है. उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री केवल वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में व्यस्त रहते है. उसके अलावा मैदान में उतरकर कोई काम नहीं कर रहे है और बंद कमरों से लोगों के लिए जमीन पर काम करने के फैसले लिए जा रहे हैं.
प्रदेश की जनता सरकार के किस फैसले का निर्वहन करे और किसका नहीं यह समझ पाना मुश्किल हो रहा है. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार केवल गलत फैसलों से कोरोना संक्रमण को बढ़ा रही है और जनता के पक्ष में कोई भी सही फैसला नहीं ले रही है, जो आने वाले समय मे घातक साबित हो सकते है.
बता दें कि इन दिनों जिला किन्नौर में लगभग सभी ग्रामीण क्षेत्रों में परिवहन निगम की बसें चलाई जा रही है, जिसमे अब शत-प्रतिशत सवारियां आवाजाही कर रही है. ऐसे में बसों के अंदर अब सोशल डिस्टेंसिंग की पालना नहीं हो रही है, जिससे कोरोना संक्रमण के फैलने का खतरा हो चुका है. ऐसे में विधायक किन्नौर जगत सिंह नेगी ने सरकार के बसों में शत-प्रतिशत सवारियों के साथ सफर को गलत ठहराया है.
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