शिमला: बाढ़ प्रभावित हिमाचल प्रदेश में बचाव अभियान जारी है. राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) हिमाचल प्रदेश के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बचाव अभियान चला रहा है. इसी के तहत एनडीआरएफ की टीम ने बुधवार को किन्नौर के कारा क्षेत्र में फंसे 28 चरवाहों और ट्रेकरों को सफलतापूर्वक बचा लिया. अधिकारियों ने कहा 12 जुलाई को एनडीआरएफ इंस्पेक्टर प्रेम कुमार नेगी के नेतृत्व में संयुक्त बचाव दल ने सभी 28 व्यक्तियों को सफलतापूर्वक रेस्क्यू कर लिया. बचाव अभियान के तहत एनडीआरएफ टीम ने लोगों को केबल के सहारे रेस्क्यू किया.
अधिकारियों के मुताबिक, राज्य में लगातार बारिश के बाद जल स्तर बढ़ने से 11 लोग काफनू गांव से 15 किलोमीटर दूर फंस गए थे. 10 जुलाई को, एनडीआरएफ की टीम, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) और होम गार्ड के जवानों के साथ, सड़क की रुकावटों को दूर करते हुए और एक स्थानीय स्कूल में रात भर रुकते हुए, बचाव अभियान पर निकली. क्षेत्र में भारी बारिश के बावजूद, अगले दिन बचाव दल मुलिंग पहुंचा और वहां से फंसे हुए लोगों तक रस्सियों की मदद से पहुंचा. जहां से सभी 28 व्यक्तियों को रेस्क्यू कर लिया गया. बचाव अभियान के तहत एनडीआरएफ टीम ने लोगों को केबल के सहारे रेस्क्यू किया.
वहीं, हिमाचल में आई आपदा के बाद राज्य के विभिन्न हिस्सों में हजारों वाहन भी चंडीगढ़ के रास्ते में फंसे हैं. वहीं, कसोल से 2000 से अधिक पर्यटक भी सुरक्षित स्थानों पर आ गए हैं. 5,500 से अधिक वाहन चंडीगढ़ के रास्ते में मंडी को पार कर चुके हैं. औट में फंसे वाहन भी निकल गए. हिमाचल प्रदेश के कार्यवाहक डीजीपी सतवंत अटवाल त्रिवेदी ने स्थानीय लोगों और पर्यटकों को बचाने के लिए राज्य के विभिन्न स्थानों में चल रहे अभियानों की जानकारी दी. त्रिवेदी ने कहा सिस्सू में फंसे पर्यटकों को टालिंग गांव के रास्ते बचाया गया है. 150 से अधिक वाहन अटल सुरंग को पार कर चुके हैं. चंद्रताल में फंसे लोगों को निकालने के लिए एक बड़ा बचाव दल गया है.
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(एजेंसी ANI)