किन्नौर: प्रदेश सरकार ने स्वास्थ्य सुरक्षा को लेकर एक नई पहल शुरू की है. जिसे सहारा योजना का नाम दिया गया है. आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग जो निर्दिष्ट रोगों से पीड़ित हैं, उनको सामाजिक सुरक्षा और वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए सहारा योजना की शुरुआत की गई है.
इस योजना के अंतर्गत अब जनजातीय जिला किन्नौर में भी स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिला के निर्दिष्ट रोगियों को वित्तीय सहायता प्रदान की जा रही है. वहीं, इस बारे में सीएमओ किन्नौर डॉ. पदम नेगी ने कहा कि सहारा योजना के तहत निर्दिष्ट रोग, पार्किसंस रोग, मस्कुलर डिस्ट्राफी, थैलीसीमिया, पैरालिसिस से पीड़ित और दिव्यांग व्यक्तियों को इस योजन का लाभ होगा.
डॉ. पदम नेगी ने बताया कि इस सुविधा के अंतर्गत जिनकी वार्षिक आय 4 लाख रुपये से कम है और बीपीएल परिवार को भी 2 हजार रुपये की मासिक वित्तीय सहायता सरकार द्वारा प्रदान की जाती है. वित्तीय सहायता सीधे लाभार्थी के खाते में जमा होगी.
सीएमओ किन्नौर डॉ. पदम नेगी ने बताया कि इस योजना का लाभ लेने के लिए बीमारी के दस्तावेज, फोटो पहचान पत्र, आय प्रमाण पत्र, स्थाई प्रमाण पत्र, बीपीएल प्रमाण पत्र, बैंक खाते की जानकारी समेत सभी दस्तावेजों को लाभार्थी अपने क्षेत्र के आशा वर्कर्स, स्वास्थ्य कार्यकर्ता, खण्ड चिकित्सा अधिकारी, अथवा मुख्य चिकित्सा अधिकारी से सम्पर्क कर सकते हैं.
नेगी ने बताया कि जिला किन्नौर में अब तक सात रोगियों को इस योजना के तहत मासिक 2 हजार की वितीय सहायता दी जा चुकी है और इस वर्ष 30 नए आवेदन स्वास्थ्य विभाग को प्राप्त हुए हैं, जिन्हें जल्द ही इस योजना का तहत लाभ दिया जाएगा.
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