किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर (weather update himachal pradesh) में दो दिनों से बर्फबारी का दौर जारी है. बर्फबारी के चलते जिला के कई इलाकों में पानी व बिजली की समस्या (electricity problem in kinnaur) पेश आ रही है. दुर्गम इलाकों में सड़क संपर्क मार्ग भी अवरूद्ध हैं. ऐसे मौसम में पहाड़ों से भूस्खलन (landslide in hp) व ग्लेशियर गिरने का खतरा बना रहता है. सुरक्षा की दृष्टि से दुर्गम इलाकों में बस रूट (bus route closed in hp) को फिलहाल बंद कर दिया गया है.
किन्नौर में साल की पहली बर्फबारी (first snowfall in kinnaur 2022 ) हुई है. छितकुल, रकच्छम, कुंनोचारनग में एक से डेढ़ फीट, सांगला में एक फिट, हांगरांग घाटी में एक फिट, कल्पा में 7 इंच, नेसङ्ग में 7 इंच बर्फबारी हुई है. इसके अलावा जिला के अन्य क्षेत्रो में करीब 3 से 4 इंच बर्फबारी हुई है. बर्फबारी के चलते सड़कों पर फिसलन बढ़ गई है.
हालांकि बर्फबारी से बागवानों व किसानों के चेहरे पर खुशी देखने को मिल रही है, लेकिन खुशी के साथ-साथ आपदाओं से निपटने की चिंता भी लोगों को रहती है. दो दिन हुई बर्फबारी से अबतक किसी के जानमाल के नुकसान की फिलहाल सूचना नहीं मिली है, लेकिन सड़कों पर बिछी सफेद बर्फ पर वाहन चलाना जोखिम भरा जरूर है. बर्फबारी के बाद किशोरों व दिव्यांग बच्चों को घर-द्वार जाकर कोविड टीका (covid vaccination in himachal) लगाना भी मुश्किल साबित हो सकता है.
किन्नौर जिला में नए वर्ष की यह पहली बर्फबारी है. जिससे आने वाले गर्मियों के मौसम के लिए भी इस बर्फबारी को लाभप्रद के रूप में देखा का सकता है, क्योंकि आने वाले समय में सिंचाई के साथ पीने के पानी की समस्याएं भी नहीं आएगी. प्रशासन ने स्थानीय लोगों व पर्यटकों से मौसम को देखते हुए सावधानी बरतने की अपील की है.
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