किन्नौर: जिले में पिछले दिनों हुई बर्फभारी के बाद एक बार फिर से बर्फबारी शुरू हो गई है. ऐसे में बागवानों को कभी खुशी कभी गम मिल रहा है. पिछली बर्फबारी से सेब बागवानों में काफी खुशी थी क्योंकि सेब के बगीचों में नमी के साथ चिलिंग आवर का समय पूरा हुआ था. ताजा बर्फबारी ने बागवानों को चिंता में डाल दिया है.
लगातार बर्फबारी से अब सेब के पेड़ों की टहनियां टूटने की कगार पर हैं. भारी बर्फबारी से सेब के बगीचों में अब बर्फ पेड़ों पर जम गयी है. बर्फ के भारीपन से टहनियां टूट रही हैं. ऐसे में इन दिनों बागवानों ने अभी सेब की कटाई छंटाई भी पूरी तरह नहीं की है. जिससे पेड़ों की टहनियां काफी लंबी है. टहनियों पर बर्फ ज्यादा बैठना खतरे का संकेत माना जा रहा है.
बागवानों को अधिक बर्फबारी के दौरान बगीचे में जाकर पेड़ों से बर्फ गिराना भी काफी मुश्किल है. खेतों में अधिक बर्फबारी में चलने फिरने में भी काफी परेशानी आ रही है. वहीं, जिला के ऊपरी क्षेत्रों में अधिक बर्फबारी से बागवानों के सेब के पेड़ों को नुकसान की भी सूचना है.
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