किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर के रिकांगपिओ में प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए पूर्व सांसद राजन सुशांत ने कहा कि उनका किन्नौर का दो दिवसीय दौरा जिला की समस्याओं को लेकर है. उन्होंने कहा कि चीन की सीमा किन्नौर से लगती है. यहां पर पिछले दिनों चीन की हरकतों को लेकर काफी चर्चाएं सामने आई हैं, लेकिन भारत सरकार व प्रदेश सरकार इस विषय पर गंभीर नहीं दिख रही है.
राजन सुशांत ने कहा कि किन्नौर के कई ग्रामीण क्षेत्र चीन सीमा से सटे हुए हैं, लेकिन इन क्षेत्रों में अबतक पक्की सड़कें मौजूद नहीं हैं. ऐसे में सेना के जवानों को भी आवाजाही में कई परेशानियां आ रही हैं. साथ ही किन्नौर में अब तक सरकार ने एक भी एयरबेस कैंप स्थापित नहीं किया है. चीन से सीमा लगे होने के बीच यहां आपातकालीन समय के लिए एक एयरबेस कैंप का होना भी बहुत जरूरी है.
पूर्व सांसद राजन सुशांत ने कहा कि जिला के सीमांत क्षेत्रों में अब तक मोबाइल नेटवर्क की भारी समस्या है. इसके कारण लोगों व सेना के जवानों को भी बिना संचार सुविधा के कई परेशानियां आ रही हैं. वहीं, दूसरी ओर चीन अपने आधुनिक तकनीक में इतना आगे बढ़ चुका है कि उनके मोबाइल सिग्नल किन्नौर की सीमाओं पर आ जाते हैं. इससे यही पता चलता है कि भारत सरकार और प्रदेश सरकार चीन की पुरानी हरकतों से कितनी सीख ले पाए हैं.
राजन सुशांत ने कहा कि चीन दूसरे की सीमाओं पर घुसने की हरकतें करता रहता है. ऐसे में सरकार को इसका जवाब देना होगा. उन्होंने कहा कि किन्नौर चीन सीमा को लेकर सरकार को एक एयरबेस कैंप का जल्द निर्माण करना चाहिए, ताकि चीन को समय आने पर जवाब दिया जा सके. साथ ही सेना व आईटीबीपी के जवानों को किन्नौर चीन सीमा पर मोबाइल नेटवर्क सुविधा के साथ किन्नौर की सड़कों को बेहतर किया जाना चाहिए, जिससे सीमावर्ती गांव में लोगों समेत सेना के जवानों को आवाजाही में परेशानी न हो.
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