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किन्नौर की रिस्पा खड्ड में आई बाढ़, सेब के बगीचे तबाह

रिस्पा गांव में मंगलवार रात अचानक खड्ड में बाढ़ आ गई. रिसपा खड्ड का जलस्तर अचानक बढ़ने से कुछ ही सेकेंड में बाढ़ ने भंयकर रूप ले लिया. बाढ़ से रिस्पा सड़क व संपर्क मार्ग और खड़ के आसपास सेब के बगीचे भी तबाह हो गए. ऊपरी क्षेत्रों के लिए बड़े वाहनों की आवाजाही भी ठप पड़ गयी है.

रिस्पा खड्ड में बाढ़
रिस्पा खड्ड में बाढ़
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Published : Aug 12, 2020, 10:39 AM IST

किन्नौर: मूरंग तहसील के रिस्पा गांव में मंगलवार रात अचानक खड्ड में बाढ़ आ गई. देर रात रिस्पा खड्ड में स्थानीय लोगों ने जोर से आवाज सुनी, जिसके बाद ग्रामीणों ने खड्ड के आसपास रह रहे अन्य लोगों को भी सूचित किया. खड्ड का जलस्तर अचानक बढ़ने से कुछ ही सेकेंड में बाढ़ ने भंयकर रूप ले लिया.

बाढ़ से रिस्पा सड़क व संपर्क मार्ग और खड्ड के आसपास सेब के बगीचे भी तबाह हो गए. पिछले साल 2019 में भी रिस्पा खड्ड में इस तरह की बाढ़ आई थी,लेकिन बाढ़ से कुछ ज्यादा नुकसान नहीं हुआ था. इस साल 2020 में पहाड़ों पर हल्की-हल्की बारिश के चलते किन्नौर के विभिन्न क्षेत्रों में बाढ़ आ रही है. रिस्पा खड्ड में आई बाढ़ ने बागवानों की मेहनत पर पानी फेर दिया है.

वीडियो रिपोर्ट.

वहीं, दूसरी ओर सड़कों को भी प्रभावित किया है. लोगों को आने-जाने के लिए अब परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और वाहनों को आने-जाने के लिए कोई रास्ता भी नहीं बचा है. गनीमत रही कि बाढ़ से कोई जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है. प्रशासन की ओर से मौके का जायजा लेने के लिए और नुकसान का आंकलन करने के लिए कोई अधिकारी व कर्माचारी नहीं पहुंचा है. वहीं, इस बाढ़ के कारण सतलुज नदी का जलस्तर भी बढ़ा गया है और सतलुज के ऊपर बना अस्थाई पुल भी बह गया है. फिलहाल ऊपरी क्षेत्रों के लिए बड़े वाहनों की आवाजाही भी ठप पड़ गयी है.

बता दें कि इससे पहले रिस्पा खड्ड के अलावा सांगला घाटी के बटसेरी गांव मे भी बाढ़ ने ग्रामीणों के लाखों के सेब के बगीचों को तबाह कर दिया है, जिसमें कई ग्रामीणों के आशियाने भी डूब गए थे. किन्नौर की पहाड़ियों पर हल्की-हल्की बारिश के दौरान पहाड़ियों पर बादल फटने की संभावना बनी रहती है. इस दौरान निचले क्षेत्रों में बाढ़ आने से लोगों को काफी नुकसान होता है.

ये भी पढ़ें: लाॅकडाउन की मांग पर सिरमौर प्रशासन ने स्पष्ट की स्थिति

किन्नौर: मूरंग तहसील के रिस्पा गांव में मंगलवार रात अचानक खड्ड में बाढ़ आ गई. देर रात रिस्पा खड्ड में स्थानीय लोगों ने जोर से आवाज सुनी, जिसके बाद ग्रामीणों ने खड्ड के आसपास रह रहे अन्य लोगों को भी सूचित किया. खड्ड का जलस्तर अचानक बढ़ने से कुछ ही सेकेंड में बाढ़ ने भंयकर रूप ले लिया.

बाढ़ से रिस्पा सड़क व संपर्क मार्ग और खड्ड के आसपास सेब के बगीचे भी तबाह हो गए. पिछले साल 2019 में भी रिस्पा खड्ड में इस तरह की बाढ़ आई थी,लेकिन बाढ़ से कुछ ज्यादा नुकसान नहीं हुआ था. इस साल 2020 में पहाड़ों पर हल्की-हल्की बारिश के चलते किन्नौर के विभिन्न क्षेत्रों में बाढ़ आ रही है. रिस्पा खड्ड में आई बाढ़ ने बागवानों की मेहनत पर पानी फेर दिया है.

वीडियो रिपोर्ट.

वहीं, दूसरी ओर सड़कों को भी प्रभावित किया है. लोगों को आने-जाने के लिए अब परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और वाहनों को आने-जाने के लिए कोई रास्ता भी नहीं बचा है. गनीमत रही कि बाढ़ से कोई जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है. प्रशासन की ओर से मौके का जायजा लेने के लिए और नुकसान का आंकलन करने के लिए कोई अधिकारी व कर्माचारी नहीं पहुंचा है. वहीं, इस बाढ़ के कारण सतलुज नदी का जलस्तर भी बढ़ा गया है और सतलुज के ऊपर बना अस्थाई पुल भी बह गया है. फिलहाल ऊपरी क्षेत्रों के लिए बड़े वाहनों की आवाजाही भी ठप पड़ गयी है.

बता दें कि इससे पहले रिस्पा खड्ड के अलावा सांगला घाटी के बटसेरी गांव मे भी बाढ़ ने ग्रामीणों के लाखों के सेब के बगीचों को तबाह कर दिया है, जिसमें कई ग्रामीणों के आशियाने भी डूब गए थे. किन्नौर की पहाड़ियों पर हल्की-हल्की बारिश के दौरान पहाड़ियों पर बादल फटने की संभावना बनी रहती है. इस दौरान निचले क्षेत्रों में बाढ़ आने से लोगों को काफी नुकसान होता है.

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