किन्नौर: मॉनसून आने से पहले ही प्रदेश के कई हिस्सों में नाले उफान पर हैं. नाले में उफान आने से लोगों की परेशेनी बढ़ गई है. जनजातीय जिला किन्नौर के कल्पा खंड के तहत तांगलिंग गांव के बीच बहने वाला तांगलिंग नाला में देर शाम हल्की बारिश के बाद जलस्तर बढ़ गया था. जिसके बाद इस नाले में अचानक बाढ़ आ गई. इस दौरान नाले में जोर से आवाज आने पर ग्रामीण सतर्क हुए और नाले से दूर हो गए.
बुधवार को भी देर शाम हल्की बारिश के बाद तांगलिंग नाले में बाढ़ आने से नाले के आसपास व गांव को जोड़ने वाला वैकल्पिक पुल को भी नुकसान पहुंचा है और वाहनों की आवाजाही ठप हो गई है.
वहीं, प्रशासन की ओर से अबतक मौके पर कोई नहीं पहुंचा है. ग्रामीणों से मिली जानकारी अनुसार पता चला है कि किसी तरह के जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है. नाले के आसपास रहने वाले सभी लोगों को सतर्क किया गया है और रात के समय नाले के आसपास जाने पर पंचायत द्वारा मनाही है.
बता दें कि किन्नौर के तांगलिंग नाले में हर साल जून महीने से अगस्त महीने तक हल्की बारिश के बाद बाढ़ आने का सिलसिला जारी रहता है और इसी तरह पिछले साल भी बाढ़ के कारण तांगलिंग के ग्रामीणों के लाखों के सेब के बगीचे तबाह हो गए थे. फिलहाल प्रदेश सरकार ने मॉनसून को लेकर तैयारियां शुरू कर दी हैं.